पीएमजीएसवाय: अनुबंध के विपरित बजट बढ़ाकर विभाग को लगा रहे चूना
टेंडर में अनुबंध राशि बजट से 25 फीसदी कम, अफसरों की मनमानी से डीपीआर की नहीं हो रही मानिटरिंग
रायपुर (जसेरि)। प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना में काम की गुणवत्ता पर पहले से ही प्रश्नचिन्ह खड़े होते रहे हैं। निर्माण एजेंसी के द्वारा बनवाई गई सडक़ें, साल-दो साल में ही उखड़ जा रही है। वहीं, अब एक ऐसा प्रकरण आया है। जिसमें ठेकेदार ने सडक़ निर्माण के लिए विभाग के घोषित टेंडर से 25 प्रतिशत यानि एक करोड़ 10 लाख रुपये कम मूल्य पर काम करने का अनुबंध कर लिया है। विभाग में चर्चा है कि ठेकेदार बिना लाभ के कोई काम तो करेगा नहीं। स्पष्ट है कि विभाग ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) ऐसा बनाया जिसमें शासन को एक करोड़ 10 लाख रुपये अधिक भुगतान करना पड़ता। कंपीटीशन के कारण ही सहीं, ठेकेदार ने 25 प्रतिशत कम राशि में काम करने का अनुबंध कर शासन के पैसे बचा लिए। जनता से रिश्ता लगातार पीएमजीएसवाई में हो रहे भ्रष्टाचार को प्रकाशित कर विभाग के सज्ञान में लाते रहा है। किंतु विभाग आज तक गरियाबंध में 25 साल से जमीन अधिकारी पीके वर्मा के खिलाफ काई जांच नहीं कर पाई है।