बिलासपुर। जिला पुलिस ने कटनी से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो मूलतः बिहार और उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं। इन्होंने फर्जी वेबसाइट के जरिये मुद्रा लोन मंजूर कराने का झांसा देकर रेलवे कॉलोनी के एक व्यक्ति से 4 लाख 32 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली।
रेलवे कॉलोनी में रहने वाले जसविंदर कुमार को अपने पैतृक जमीन पर मकान बनवाना था। उसने लोन के लिए गूगल से ऑनलाइन सर्च किया। एक वेबसाइट में मुद्रा लोन व बजाज फाइनेंस के जरिये लोन दिलाने का ऑफर दिया गया था। उसने लिंक पर जाकर जरूरी दस्तावेज दिए। ऋण की मंजूरी के लिए वेबसाइट के जरिये रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। आरोपियों ने फोन से भी बात की। फरियादी जसविंदर ने उनकी बातों पर भरोसा कर तीन किश्तों में 4 लाख 32 हजार 535 रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपियों के फोन नंबर और वेबसाइट का लिंक बंद हो गया। ठगी का एहसास होने पर उसने तोरवा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। साइबर सेल ने वेबसाइट और फोन नंबर की तकनीकी जानकारी जुटाकर आरोपियों का लोकेशन पता किया। पहले उनका लोकेशन दिल्ली में मिला। वहां पहुंचने के बाद उनका लोकेशन कटनी बताने लगा। पुलिस ने वहां जाकर एक मकान में दबिश दी, जहां आरोपी किराये से रहते थे और रैकेट चला रहे थे। यहां से मास्टर माइंड सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनसे लैपटॉप, 2.55 लाख नगद, एक टेबलेट, 4 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड और बड़ी संख्या में चेकबुक और पास बुक जब्त किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपी फूलपुर वाराणसी का रविंद्र कुमार (26 वर्ष) है जो फर्जी वेबसाइट बनाता था। दूसरा आरोपी गोपालगंज बिहार का विजय कुशवाहा (24 वर्ष) कॉल सेंटर का कर्मचारी बताकर लोगों से बात करता था और लोगों से कमीशन का झांसा देकर बैंक खाते जुटाता था। तीसरा आरोपी दरभंगा बिहार का सुजित कुमार (26 वर्ष) बैंक खाते में आने वाली रकम को ट्रांसफर करने का काम देखता था। सभी के विरुद्ध धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।