बख्शी परिवार के 4 पीढ़ियों के लोग एकजुट होकर धूम-धाम से मनाया रक्षाबंधन पर्व

Update: 2023-09-01 08:54 GMT

रायपुर। वर्तमान दौर में चार पीढ़ियों का संयुक्त परिवार होना एक सुखद अहसास है। आज के दौर में जब एकाकी परिवार का चलन बढ़ता जा रहा है, ऐसे में चार पीढ़ियों के संयुक्त परिवार का एकजुट होकर एक-दूसरे का सुख-दुख बांटना और एकसाथ त्यौहार मनाने की परंपरा अपने आप में अनोखी है। यह संयुक्त परिवार मूलतः राजनांदगांव के निवासी श्री बेन लाल बख्शी जी का है, जिनकी चार पीढ़ियों के लोग रक्षाबंधन का पर्व हर साल एकसाथ मनाने के लिए एकत्र होते हैं। इस संयुक्त परिवार के लोगों ने 30 अगस्त को राखी का पर्व रायपुर के देवेन्द नगर स्थित विधि प्रमुख सचिव रजनीश श्रीवास्तव के घर में धूम-धाम से मनाया। चार पीढ़ियों के लोगों का एकसाथ त्यौहार मनाना और एक-दूसरे से खुशियां बांटना एक सुखद आश्चर्य है। खास बात यह रही कि इस परिवार के चार पीढ़ियों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक 60 लोगों शामिल हुए और एक-दूसरे को पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।

बख्शी परिवार के लोग परिवार खासतौर रक्षाबंधन के लिए दूर-दूर से आकर एक जगह इकट्ठे होते और इस त्यौहार को बड़ी ही खुशियों के साथ मनाते है। परिवार के भाई-बहनों का आपस में प्रेम इतना है कि इस दिन का पूरे साल इंतजार करते है। इस फैमिली में चार पीढ़ियों में डेढ़ साल से लेकर 80 साल तक के भाई मौजूद है, जिन्हें बहनें राखी बांधती है। त्यौहार मनाने के लिए इस परिवार के लोग देश के विभिन्न शहरों से लेकर विदेशों तक से आते है। छत्तीसगढ़ शासन के विधि विभाग के प्रमुख सचिव श्री रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि आज समाज में संयुक्त परिवार की प्रथा कम होते जा रही है। हमारे परिवार के लोग भी दूर-दूर रहते है, लेकिन हर साल रक्षाबंधन के पर्व पर एक साथ एकत्र होते हैं।

युवा पीढ़ी के लिए एक संदेश

प्रमुख सचिव श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे परिवार की कोशिश रहती है कि हम बच्चों को सही संस्कार, रीति-रिवाज और परपंरा से रूबरू करा सके। जिसके लिए पुरानी पीढ़ी और नए पीढ़ी के लोग एक साथ मिलते है। बच्चों से घर के बड़े बातचीत करते है। उन्हें अच्छे-बुरे की पहचान करवाते है।

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