रायपुर की चारों सीटों पर प्रत्याशी तय करने छूट रहे पसीने

Update: 2023-09-19 05:38 GMT

सबसे पहले जनता से रिश्ता ने विकास और पंकज को टिकट मिलने का खबर प्रकाशित किया था

राजधानी में कांग्रेस उम्मीदवार तय होते-होते बिगड़े समीकरण

प्रियंका-राहुल गांधी की गारंटी वाली योजना बनेगी कांग्रेस की जीत की गारंटी

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी की चारों सीटों पर इस बार बारी कशमकश देखने को मिल रहा है। रायपुर पश्चिम और रायपुर ग्रामीण को छोडक़र अन्य दोनों सीटों पर दावेदार पैनल में फंस गए है। रायपुर ग्रामीण से पंकज शर्मा अभी शीर्ष स्थान पर बने हुए है। उनके नाम पर लगभग सहमति बन गई है ऐसा माना जा रहा है। इधर रायपुर उत्तर और रायपुर दक्षिण में सबसे ज्यादा घमासान मचा हुआ है। इन दोनों सीटों में सबसे अधिक दावेदार सामने आने से समीकरण बिगड़ते नजर आ रहा है। वहीं दोनों सीटों में तीन-तीन नामों का पैनल तैयार किया गया है। रायपुर पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय को लेकर चुनाव समिति में सहमति बन गई है।

रायपुर दक्षिण में घमासान

रायपुर दक्षिण में कांग्रेस को बेहतर प्रत्याशी की तलाश है। यहां भी सबसे बेहतर और जीत की क्षमता वाले तीन दावेदार पैनल में शामिल है। अन्य तीन सीटों के समीकरण और प्रत्याशी चयन की मामला भी दक्षिण के फैसले को प्रभावित करेगा। जहां जातीय समीकरणों को भी मद्दे नजर रखा जा रहा है। ब्राम्हण, अग्रवाल, मुस्लिम वर्ग के बीच के ही दावेदारों को उम्ेमीदवार बनाने की संभावना है, अचानक अन्य समाज के दावेदार का दखल हो जाए तो यह अप्रत्याशित होगा। जिसकी संभावना फिलहाल नहीं के बराबर है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो अब रायपुर दक्षिण को लेकर वरिष्ठ नेता एक राय की बनाने की तैयारी में है। इसमें नए चेहरे या अनुभवी नेता को भी मौका देकर देखने की बात भी अंदर खाने में सुगबुगाहट की जानकारी सूत्र दे रहे हैं। वही दूसरी अृोर पश्चिम विझानसभा में सत्ता और संगठन के सर्वे रिपोर्ट के आधार पर विकास उपाध्याय का पलड़ा भारी दिख रहा है। और उन्हें पसंदीदा जनप्रतिनिधि भी बताया गया है।

स्क्रीनिंग के बाद ही स्पष्ट होगा

रायपुर की सीटों के मामले में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद ही कोई स्पष्ट संकेत मिलने के आसार नजर आ रहे है। इससे पहले चुनाव समिति के दिग्गज एक बार फिर रायपुर को लेकर रायशुमारी करेंगे। सिंगल नाम तय करने को लेकर वरिष्ठ नेताओंं में सहमति बनाने की कोशिश होगी।

दूसरी तरफ सर्वे रिपोर्ट में रायपुर ग्रामीण में वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा व्दारा चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा के बाद उनके पुत्र जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा स्वत: दावेदार माने जा रहे है। उन्होंने टिकट के लिए आवेदन भी लगा दिया है, युवाओं की फौज और आम जनता से जुड़ा होना उनकी स्थिति को बेहतर कर रहा है। रणनीतिकारों के अनुसार सत्यनारायण शर्मा के सक्रियता का फायदा पंकज शर्मा को मिलेगा। यही वजह है कि पंकज शर्मा अभी भी पहले नंबर पर बने हुए है। इधर रायपुर उत्तर में विधायक कुलदीप जुनेजा पैनल में फंस गए है। हालांकि अभी जुनेजा होने की वजह से दौड़ में आगे नजर आ रहे है। लेकिन उत्तर को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। ब्लाक और जिला कांग्रेस कमोटियों ने जो नाम भेजे है उस पर चुनाव समिति में अभी एक दौर की ही चर्चा हो पाई है।

वैसे राजनीति में कुछ कहा नहीं जा सकता कब किसकी चाल भारी पड़ जाए कौन बाजी मार ले जाएगा यह कहना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन मिल रहे संकेतों से साफ है कि लोगों में भूपेश सरकार को लेकर बने सकारात्मक रुख को देखते हुए यह तो साफ पता चलता है कि शहर में कांग्रेस की पकड़ मजबूत हुई है और वह इसका पूरा फायदा लेने के लिए राजधानी की चारों सीट पर कब्जा करने की मंसूबों पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि अच्छे रिपोर्ट कार्ड के आधार पर ही विधायकों की दी जाएगी टिकट।

आलाकमान की मंशा के अनुरूप यह तय माना जा रहा है कि ओबीसी, कुर्मी, पिछड़ा वर्ग साहू यह सब जाति समीकरण ग्रामीण अंचल तक ही सीमित रखा जाएगा और शहरों में कांग्रेस उच्च जातियों के धार्मिक, अल्पसंख्यक बनिया और ब्राह्मण जैसे जाति के साथ ही चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवारों को मौका देगी। राहुल गांधी-प्रियंका गांधी इसी रणनीति के आधार पर छत्तीसगढ़ के चुनाव के लिए खाका तैयार कर रहे हैं। आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी की गारंटी वाली योजना भी धड़ाधड़ लागू की जाएगी । दिल्ली में कांग्रेस के आलाकमान की नजर में छत्तीसगढ़ की सरकार फिर से रिपीट हो रही है, ऐसा मानकर चला जा रहा है। इसलिए कांग्रेसी किसी भी प्रकार के फार्मूले को छोडऩे को तैयार नहीं है। हर फार्मूले को अपने चुनाव रणनीति में शामिल करने के लिए नए-नए नेताओं को भी आमंत्रित किया जा रहा है।

21 को भिलाई आएंगी प्रियंका 28 को खरगे करेंगे चुनावी सभा

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 28 सितंबर को एक बार फिर छत्तीगसढ़ के दौरे पर आ रहे हैं। खरगे से पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 21 सितंबर को भिलाई में आएंगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे चुनावी सभा में शामिल होंगे। राहुल गांधी का 25 सितंबर को दौरा प्रस्तावित था, लेकिन किसी अन्य कार्यक्रम के कारण यहां का प्रवास टल गया है। विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की सूची को लेकर बघेल ने कहा कि टिकट को प्रक्रिया चल रही है। सीईसी की बैठक हो गई है। अभी दो-तीन बैठकें और होंगी, उसके बाद स्क्रीनिंग कमेटी के बाद पहली सूची जारी होगी। सीडब्ल्यूसी में खरगे की नाराजगी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें भी मीडिया के माध्यम से पता चला है। वह वरिष्ठ नेताओं से अनुमति लेकर कार्यक्रम से जल्दी लौट गए थे। बिलासपुर में ब्राह्मण समाज के सम्मेलन में शामिल होने के कारण वह वापस आ गए थे।



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