पुलिस ने ठगी का किया राजफाश, चार अंतरराज्यीय ठग गिरफ्तार
झारखण्ड के गिरीडीह, देवघर, धनबाद एवं जामताड़ा एरिया पूरे देशभर में है साइबर क्राइम करने के नाम से प्रसिद्ध है
रायपुर पुलिस ने साइबर ठगी के मामले में लगातार कार्रवाई कर लोगों को लूटे रकम लौटाने में सक्रिय भूमिका निभा रही है
राजधानी पुलिस सट्टा जुआ के साथ गांजा, ड्रग तस्करी के मामले में भी ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है हालांकि छुटभैय्ये नेताओं के संरक्षण व मिली भगत के चलते पुलिस को अवैध कारोबार रोकने में पूरी सफलता नहीं मिल पा रही
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। देश भर में फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लाखों रूपये की ठगी करने वाले जामताड़ा गिरोह के चार अंतरराज्यीय ठग को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित खुद को अलग-अलग एप्स/कम्पनियों का कस्टमर केयर अधिकारी होना बताते थे। वहीं आरोपित ने थाना धरसींवा निवासी प्रार्थी प्रवीण कुमार वर्मा से कुल 7 लाख 52 हजार 665 रूपये की ठगी की है। ये सभी आरोपित मूल रूप से देवघर एवं रांची (झारखण्ड) के निवासी हैं। गौरतलब है कि झारखण्ड के गिरीडीह, देवघर, धनबाद एवं जामताड़ा एरिया पूरे देशभर में है साइबर क्राइम करने के नाम से प्रसिद्ध है। आरोपितों के पास से घटना से संबंधित 05 नग मोबाइल फोन एवं 19,000/- रूपये नगदी रकम जब्त किया गया है। फिलहाल आरोपितों से ठगी की अन्य घटनाओं तथा गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
दरअसल, प्रार्थी प्रवीण कुमार वर्मा ने थाना धरसींवा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह शारडा एनर्जी कंपनी सिलतरा मे फिटर का कार्य करता है तथा उसका एक्सिस बैंक में खाता संचालित है। प्रार्थी द्वारा दिनांक 3 फरवरी 2023 को फोन-पे कस्टमर केयर के नम्बर पर फोन लगाकर बैंक खाता से 1124 रूपये निकालने के संबंध में शिकायत किया गया। जिस पर कस्टमर केयर ने प्रार्थी को अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात कराने की बात कहकर अज्ञात मोबाइल नम्बर 725802332 के धारक द्वारा प्रार्थी को काल कर फोन-पे एप खोलने को कहा। वहीं कुछ देर बाद प्रार्थी को उसके एक्सिस बैंक एप को खोलकर खाते में रकम की जानकारी देने एवं ओटीपी बताने को कहा, जिस पर प्रार्थी ने अज्ञात मोबाइल नम्बर के धारक द्वारा बताये अनुसार किया गया एवं प्रार्थी द्वारा अज्ञात मोबाइल नम्बर के धारक को ओटीपी बताया गया।
इसके कुछ देर बाद अज्ञात मोबाइल नम्बर के धारक ने प्रार्थी को रकम वापस आने की बात कही। लेकि 08 फरवरी 2023 को प्रार्थी जब एटीएम से बैलेंस चेक करने गया तो पिन कोड गलत बताने लगा जिसके बाद प्रार्थी अपने एक्सिस बैंक के अकाउंटेट से मिला, जिस पर अकाउंटेंट ने प्रार्थी को बताया कि दिनांक 3 फरवरी 2023 से 8 फरवरी 2023 के बीच प्रार्थी के खाते से 7,52,665/-रूपये निकाल लिया गया है। इस प्रकार अज्ञात मोबाइल नम्बर के धारक ने स्वयं को फोन-पे कस्टमर केयर का वरिष्ठ अधिकारी बताते हुए प्रार्थी के खाते से 7,52,665/- रूपये का ठगी किया है। जिस पर अज्ञात मोबाइल नम्बर के धारक के खिलाफ थाना धरसींवा में अपराध क्रमांक 84/2023 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
बता दें ठगी की घटना को गंभीरता से लेते हुए रायपुर पुलिस व एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट ने घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ किया गया। जिन मोबाइल नंबरों से प्रार्थी के मोबाइल नम्बर पर फोन किया गया था, उन मोबाइल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही जिन खातों में रकम स्थानांतरित किये गये थे, उन खातों के संबंध में भी संबंधित बैंकों से दस्तावेज व जानकारी प्राप्त की जाकर अज्ञात आरोपित को चिन्हांकित करने के प्रयास किये गए। इसी दौरान मोबाइल नंबरों तथा दस्तावेजों का लगातार विश्लेषण करते हुये घटना में संलिप्त आरोपित भोला कुमार रवानी निवासी देवघर को झारखण्ड के देवघर में लोकेट किया गया। टीम ने देवघर (झारखण्ड) पहुंचकर लगातार कैम्प करते हुए आरोपित की पतासाजी करते हुए आरोपित भोला कुमार रवानी को पकड़ा।
प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपी भोला कुमार रवानी से घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने अन्य साथी जितेन्दर लोहरा, देवनारायण पहान एवं अतुल तिर्की निवासी रांची झारखण्ड के साथ मिलकर उक्त ठगी की घटनाओं को अंजाम देने के अलावा देशभर में स्वयं को फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी होना बताकर अलग-अलग लोगों को अपना शिकार बनाते हुए लाखों रूपए की ठगी करना बताया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त अन्य तीन आरोपित जितेन्दर लोहरा, देवनारायण पहान एवं अतुल तिर्की को भी गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित 05 नग मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड एवं नगदी रकम 19,000/- जब्त कर आरोपितों के विरूद्ध कार्यवाही किया गया है।
डेटिंग फ्रॉड में पुलिस की कार्रवाई, दो युवतियां और एक ठग गिरफ्तार
दुर्ग जिला में डेटिंग फ्रॉड केस का एक और मास्टर माइंड दुर्ग पुलिस के हाथ लगा है जो कि डेटा खऱीदी के बाद लुभावने मैसेज देकर मैसेज ब्लास्ट कर ठगी करता था। इस मामले में दो कंपनियाँ भी इन्वेस्टीगेशन के राडार में हैं। पकड़े गए युवक समेत दो युवतियां भी ट्रांजिट रिमांड लेकर कोलकाता से दुर्ग लाई जा रही है। इस मामले में एक प्रेमी युगल पहले से दुर्ग पुलिस के गिरफ्त में हैं और दुर्ग पुलिस टीम ने कोलकाता में डेटिंग फ्रॉड में दो और महिला कॉलर को पकड़ा है।
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि दोनों महिलाओं को सीआरपीसी 41ए का नोटिस देकर विवेचना के लिए दुर्ग तलब किया गया है। इस मामले में आरोपी रेहान आलम, दिशा बरुआ (कॉल नेम सलोनी), शाहीन (कॉल नेम ईशानी) को पश्चिम बंगाल से पकड़ भिलाई लाया जा रहा है।
सीएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि इस मामले में आरोपी प्रिया मंडल (27 वर्ष) निवासी कोलकाता और सौम्य ज्योति दास (23 वर्ष)बाडा़बेली थाना मोहनपुर वेस्ट बंगाल को गिरफ्तार कर भिलाई लाया जा चुका है, शेष दो अन्य युवतियां और एक युवक भी आज भिलाई पहुंच जाएंगे। ज्ञात हो कि दुर्ग के शख्स को मोबाइल पर एक मैसेज आया जिसमें लिखा था आई एम जैनी प्लीज़ काल मी। शख्स ने मैसेज पर रूचि दिखाई तो एक कॉल आया जिसमें सामने वाले ने मीटिंग से पहले रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस बताया। इसके लिए शुरुआत में 2 हजार 149 रुपए से रजिस्ट्रेशन करवाया गया। शख्स इनके जाल में फंस चुका था। मीटिंग के नाम पर अलग अलग बहाने से रुपए खाते में डलवाते रहे। अब इस मामले में शख्स थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। मामले में पद्मनाभपुर पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया था।