रायपुर। रायपुर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा को प्लेन से उतार कर पुलिस थाने ले जाए जाने पर घोर आपत्ति जताई है और बिना वारंट के उन्हें इस तरह अपमानजनक तरीके से ले जाए जाने की निंदा करते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार की तानाशाही का प्रतीक है. उन्होंने असम पुलिस की इस कार्रवाई को बेहद तानाशाही पूर्ण बताया है. पवन खेड़ा देश से नहीं भाग रहे थे. वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने रायपुर आ रहे थे. उन्हें रायपुर से भी गिरफ्तार किया जा सकता था. लेकिन जिस तरह से कांग्रेस के अधिवेशन में बाधा डालने के लिए और कार्यक्रमों को प्रभावित करने की नियत से पुलिस जो कार्रवाई कर रही है. वह घोर तानाशाही रवैया को दर्शाती है. प्रदेश कांग्रेस ने केंद्र सरकार और बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई को दुर्भाग्य जनक बताया है।
पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के विरोध में उनके साथ मौजूद कांग्रेसी नेता एयरपोर्ट पर धरने पर बैठ गए. कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार की तानाशाही बताया. इतना ही नहीं कांग्रेस ने इस मामले को छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अधिवेशन से जोड़ा है. कांग्रेस का आरोप है कि रायपुर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन को बधित करने का प्रयास है.