मानवता की मिसाल पेश कर रहे पंचायत प्रतिनिधि, कर रहे ये काम

छग

Update: 2022-07-22 07:52 GMT

सूरजपुर। अभी तक आपने यह सुना या देखा होगा कि ग्राम पंचायत की ओर से लोगों के हिस्से के राशन पर डाका डाला जाता है। या सोसाइटी में बड़ी हेरा-फेरी कर दी जाती है। पर आज हम आपको एक अनोखे ग्राम पंचायत के बारे ​में बताने जा रहे हैं, जहां 2009 से ही पंचायत की ओर से जरूरतमंदों को मुफ्त में चावल दिया जाता है। इसका पूरा खर्च सरपंच और पंचगण अपने मानदेय और पीडीएस के कमीशन से वहन करते हैं।

राज्य से लेकर केंद्र सरकार की ओर से ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम बनाने के लिए कई तरह की पहल किए जाते हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के सूरजपुर का एक गांव झूमर पारा बिना किसी सरकारी लाभ के आपसी सामंजस्य से एक आदर्श गांव बन गया है। सूरजपुर जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाला झूमर पारा ऐसा पंचायत है, जहां 2009 से मुफ्त में चावल दिया जाता है। साथ ही लड़कियों की शादी होने पर पंचायत की ओर से उनको सहायता के रूप में 1051 रुपए दिया जाता है। पंचायत ने अभी तक 100 से ज्यादा लड़कियों की शादी में उपहार के रूप में यह सहायता दी है। वहीं यह पंचायत 10वीं और 12वीं में टॉप करने वाले बच्चों को भी 15 सौ रुपए का इनाम भी देता है। पंचायत प्रतिनिधियों का मानना है कि इससे बच्चों में काम्पीटीशन की भावना जागती है और नतीजे अच्छे आते हैं।


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