मंडी शुल्क के चलते धान की कीमत में 150 रूपये क्विंटल की गिरावट: बृजमोहन
छग
रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार के मंडी शुल्क वसूलने के चलते मंडी में धान की कीमत भारी कम हो गई है। किसानों को लूटा जा रहा है, ठगा जा रहा है। 13 जुलाई से धान पर जो वापस 5.2 प्रतिशत मंडी टैक्स कर दिया गया है। उसके चलते तीन दिन पहले 2150 रुपए में बिकने वाला धान अब ₹2000 में बिक रहा है। किसानों के धान की कीमत में प्रति क्विंटल ₹150 की गिरावट के लिए के सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। अग्रवाल ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार पूरी तरह किसान विरोधी सरकार है, किसानों के साथ धोखा करने वाली सरकार है। किसानों को धोखे में रखकर लूटने वाली सरकार है। उन्होंने कहा की कांग्रेस ने एक तरफ घोषणा पत्र में मंडी शुल्क समाप्त करने का वादा किया था।
आज लगातार मंडी शुल्क बढ़ाकर ले रही हैं। भाजपा सरकार में लागू 2 प्रतिशत मंडी शुल्क को 30 नवंबर 2021 से धान पर 3 प्रतिशत मंडी शुल्क एवं 2 प्रतिशत कृषक कल्याण कोष शुल्क लागू किया गया था। पहले इसे 5 प्रतिशत फिर 2 प्रतिशत अब फिर 5.2 प्रतिशत की वसूली मंडी शुल्क के रूप में की जा रहीं है। जिसके चलते किसानों की धान की कीमत मंडी में 2 ही दिन में प्रति क्विंटल 150 रूपये कम हो गया है। सरकार के इस कारनामे को किसानों को ही भुगतना पड़ रहा है। बृजमोहन ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में हमेशा अंतर रहा है। कांग्रेस ने जो कहा वह कभी पूरा नहीं किया। किसानों के साथ अन्याय, लूट एवं अत्याचार कांग्रेस की पुरानी आदत रही है और आज भी छत्तीसगढ़ के किसानों को पर्दे के पीछे से लूटा जा रहा है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था मंडी शुल्क समाप्त करेंगे और उल्टा मंडी शुल्क वसूलने में लगी हैं। उन्होंने किसान विरोधी इस निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की है व कहा है कि गंगाजल की कसम खाने वाले लोग मंडी शुल्क तत्काल समाप्त करें।