ऑक्सीजोन बन रहा लवर्स पॉइंट सुबह-शाम युवाओं का जमावड़ा
आवारा-बदमाशों की धमाचौकड़ी से ईएसी कालोनी के लोग परेशान
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में नए ऑक्सीजोन का निर्माण कराया गया। लेकिन वही ऑक्सीजोन मरीन ड्राइव की तरह अब युवाओं के लवर्स पॉइंट बनते जा रहा है। हैरानी करने वाली बात ये भी है कि इस ऑक्सीजोन के पास माननीय राज्यपाल रमेश बैस के सांसद रहते हुए भी ऐसा माहौल बन गया है। ऑक्सीजोन से ईएसी कोलोनी के रहवासियों की निजता भंग करने के लिए युवा जोड़े में ऑक्सीजोन के बाहर और अंदर सुबह पेड़ों के बीच में और शाम को अंधेरों में बैठे नजऱ आते है। एक तरफ ऑक्सीजोन में बड़े-बुजुर्ग लोग ताज़ी हवा में सांस लेने पहुंचते है। मॉर्निंग वॉक करने जाते है और उसी ऑक्सीजोन में युवाओं द्वारा ऐसे व्यवहार व्यक्त किए जाते है जिसे देखकर किसी को भी लज्जा आ जाती है। युवाओं द्वारा रात के अंधेरे का उठाया जाता है, और नशे का सेवन भी किया जाता है।
महंगे शौक, स्टेटर्स सिंबाल बाइक, मोबाइल की चाह में युवा पढ़ाई लिखाई छोड़कर ऑक्सीजोन के आस-पास अपराधियों के साथ मिलकर नशेडिय़ों को घर पहुंच नशा की सामग्री उपलब्ध करा रही है। कालोनीवासियों ने फोन पर त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस से गुहार लगाई है, जिस पर राज्यपाल ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कालोनीवासियों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही सीएम भूपेश बघेल से बातकर इस परेशानी से मुक्त कराउंगा।
सांसद ने दी सौगात
सांसद रमेश बैस के अथक प्रयासों से ऑक्सीजोन प्रोजेक्ट को शीघ्र ही पूरा कर रायपुर निवासियों को एक सौगात दी गई थी, तथा ईएसी कालोनी की निवासियों की मांग पर कालोनी की उत्तरदिशा की भूमि कालोनी के पार्किंग और खेल मैदान के लिए छोड़ी गई थी, तत्कालीन सरकार के समय में कालोनीवासियों ने ऑक्सीजोन और ईएसी कालोनी की ओर खुले गेट का बहुत जबरदस्त विरोध दर्ज कराया था, लेकिन तत्कालीन सांसद रमेश बैस के हस्तक्षेप और अथक प्रयास से कलेक्टर और जिला प्रशासन के साथ कालोनीनिवासियों को भरोसा दिलाया गया था कि आपकी निजी और पार्किंग की भूमिका उपयोग ऑक्सीजोन के लिए नहीं की जाएगी।
सुरक्षा के लिए अपने घरों की दीवारों पर ग्रिल
यहां अब कालोनीवासियों की अपनी सुरक्षा के लिए अपने घरों की दीवारों पर ग्रिल लगवानी पड़ रही और दीवारों को ऊंचा करना पड़ रहा है। ईएसी कालोनीनिवासियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से और जिला प्रशासन से मांग की है कि ईएसी कालोनी की तरफ खुलने वाला गेट बंद कर ऑक्सीजोन के तीनों गेट जो भव्य बने है और जहां पर पर्याप्त पार्किंग और सड़क दुर्घटना के चांसेस बहुत कम है उस पर विचार कर खोले और जब ये तीनों गेट बने है तो इसको खोलना ही सही निर्णय होगा। केनाल रोड में फास्ट ट्रैफिक होने और कालोनी के पास अंधा मोड होने के कारण आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होते रहती है।
युवाओं में बढ़ता नशा
राजधानी के चारों कोनों में ब्राउन शुगर, गांजा, शराब, चरस के सौदागरों ने जाल बिछा रखा है। राजधानी में बेखौफ ब्राउन शुगर सहित अन्य नशीले पदार्थ खुलेआम बिक रहे हैं। युवा पीढ़ी ब्राउन शुगर के नशे में मदहोश है। नशे की हालत में उन्हें ये पता नहीं चलता की वो क्या कर रहे है, किसको क्या बोल रहे हैं और किससे क्या बात कर रहे हैं। राजधानी में युवाओं को नासूर रोग लग चुका है। जिसका समय रहते इलाज करना बहुत ही जरूरी हो गया है, नहीं तो यह रोग युवाओं को पूरी तरह तवाह कर देगी। प्रदेश सहित राजधानी में नशे की लत ने युवा पीढ़ी को बर्बादी के कगार मे लाकर खड़े कर दिया है, जो घर-परिवार के साथ समाज के लिए हानिकारक साबित होते जा रहा हैं।
कालोनीवासियों ने लगाया आरोप
कालोनीवासियों का कहना है कि ऑक्सीजोन के लिए चार गेट और चारों तरफ से आने जाने का रास्ता बना है तो ईएसी कालोनी की ओर गेट खोल कर कालोनी की निजी जमीन को क्यों हड़पा जा रहा है। सुबह चार बजे से कोलाहल और गार्डन में आए लोग जानबूझ कर जोर-जोर से शोर मचाते है, जिससे कालोनीवासी परेशान है। और शहर भर आवारा लड़के-लड़कियां कालोनी की पार्किंग में अपनी गाड़ी को खड़े कर शाम होते ही दारू और नशा का दौर खुलेआम शुरू कर देत है। जिसके कारण लड़ाई झगड़े की स्थिति निर्मित होती है, आए दिन आवारागर्दी के कारण कालोनी में चोरी और लूटपाट की घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है, अब चोरों की हिम्मत यहां तक हो गई कि ऑक्सीजोन में लगी जाली जो केनाल रोड के तरफ लगी थी, जिसमें लाखों रुपए सरकार का लगा था, उसे भी चोर आवारागर्दी करने वाले लोग चुरा ले गए।