राजनांदगांव। कलेक्टर सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिले के गौठानों में आयोजित हो रहे गौठान मेला के संबंध में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, कृषि विज्ञान केन्द्र सहित अन्य विभागों की बैठक ली। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि गोधन न्याय योजना व सुराजी गांव योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए गौठान मेला का आयोजन ग्राम पंचायतों में क्लस्टर में किया जा रहा है। गौठान मेला में मल्टीएक्टीविटी व प्रशिक्षण जैसे आर्थिक गतिविधियों से जुडऩे के लिए समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित व लाभान्वित करें। समूह की महिलाओं को मशरूम उत्पादन, हर्बल गुलाल बनाने संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करें। गौठान में मुख्य रूप से 3 आजीविका गतिविधि अनिवार्य रूप से करना सुनिश्चित करें। उद्यानिकी विभाग मशरूम उत्पादन, सामुदायिक बाड़ी जैसी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षण प्रदान करें। उन्होंने पशुपालन विभाग को मुर्गीपालन, बटेर पालन, मत्स्य पालन, बतख पालन का प्रशिक्षण देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि गौठानों में ट्रेविस की संख्या बढ़ाएं तथा जिले के अच्छे गौठानों का चिन्हांकन कर ट्रेविस लगाएं। उन्होंने 3 मार्च, 10 मार्च व 17 मार्च को क्लस्टरवार जिले के मुख्य गौठानों में आगामी गौठान मेला के आयोजन की तैयारी के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर सिंह ने गौठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए मसाला पीसने की मशीन उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए। गौठान मेला का फीड बैक लेते हुए उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं को आजीविका मूलक गतिविधियों के लिए ज्यादा से ज्यादा व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करें। समूह की महिलाओं द्वारा साबुन, अगरबत्ती, पापड़, बड़ी, अचार, गृह सजावट की वस्तुएं सहित विभिन्न उत्पाद बनाए जा रहे हैं, इनका वेल्यू एडिशन करने की जरूरत है। सभी गौठानों में मत्स्य पालन की गतिविधि को बढ़ावा देना है। उन्होंने गौठान मेला में संबंधित विभाग को अपने-अपने विभाग की शासकीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए कहा। उन्होंने पशुपालन विभाग को संग्रहित पैरा के लिए पैरा यूरिया उपचार के बारे में बताने के लिए कहा तथा गौठानों में चॉप कटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार ने कहा कि आगामी गौठान मेला के लिए तैयारी की जा रही है। गौठानों में अधोसंरचना, फेंसिंग, बिजली, पानी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गौठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए कार्य जारी है। सभी गौठानों में 3 आजीविका मूलक गतिविधियां प्रारंभ करने के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इस अवसर पर उप संचालक कृषि नागेश्वर लाल पांडेय, सहायक संचालक उद्यानिकी राजेश शर्मा, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. उमाशंकर श्रीवास्तव, जिला पशु चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. रजनीश अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।