रायपुर। अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने प्रदेश में 3 अगस्त को भारतीय अंगदान दिवस पर अंगदान महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने परिपत्र जारी कर सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा राज्य स्वास्थ्य संसाधन केंद्र (SHRC) के संचालक को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। संचालक, चिकित्सा शिक्षा ने भी सभी शासकीय मेडिकल कॉलेजों के डीन को परिपत्र जारी कर इसके आयोजन के निर्देश दिए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए सभी राज्यों को 3 अगस्त को अंगदान महोत्सव के आयोजन के लिए निर्देशित किया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने पत्र में राज्यों को बताया है कि भारत सरकार ने देश में अंग खरीदी और वितरण की एक कुशल और संगठित प्रणाली प्रदान करने और दाताओं की एक राष्ट्रीय रजिस्ट्री बनाए रखने के लिए एक शीर्ष संगठन राष्ट्रीय अंग और उत्तक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) के साथ ही क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर समान संगठनों की स्थापना की है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक भोसकर विलास संदिपान ने भारत सरकार के पत्र का उल्लेख करते हुए सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा राज्य स्वास्थ्य संसाधन केंद्र को जारी परिपत्र में कहा है कि अंगदान और प्रत्यारोपण की सुविधा के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करना सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। एक अंगदाता आठ लोगों की जान बचा सकता है। अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता और इसके लिए उपलब्ध अंगदाताओं के बीच एक बड़ा अंतर मौजूद है। अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने 3 अगस्त को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के अधीनस्थ चिकित्सालयों में अंगदान महोत्सव का आयोजन करने को कहा है। मिशन ने इस दौरान अंगदान के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करने के साथ ही प्रतिज्ञा समारोह जैसी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जनसामान्य के बीच अंग एवं उत्तक दान के बारे में जानकारी प्रसारित करने को कहा है।