महासमुंद। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में लोगों को त्वरित समाधान और राहत मिल रही है। उनके द्वारा दिए गए निर्देशानुसार अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों को समय-सीमा के भीतर निराकरण किया जा रहा है। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने अनुकम्पा नियुक्ति के चारों प्रकरणों पर संवेदनशीलता से कार्रवाई करते हुए भू-अभिलेख शाखा को आवेदन प्राप्त होने के तत्काल पश्चात नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारम्भ की। जिसके फलस्वरूप कुछ ही महीने के भीतर नियुक्ति आदेश जारी किया गया। इस आशय का आदेश गुरुवार को सांसद रूपकुमारी चौधरी, विधायक महासमुंद योगेश्वर राजू सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष राशि महिलांग द्वारा अभ्यर्थियों को प्रदान किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू मौजूद थे। अनुकम्पा नियुक्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने पर अभ्यर्थियों ने शासन और प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू ने बताया कि कलेक्टर वित्त स्थापना महासमुंद द्वारा अनुकम्पा नियुक्ति के प्राप्त प्रकरण अनुसार जिले के अन्य विभागों के दिवंगत शासकीय सेवक के आश्रित परिवार के सदस्य को जारी अनुकम्पा नियुक्ति के अद्यतन एकजाई निर्देश-2013 में निहित प्रावधानानुसार भू-अभिलेख शाखा महासमुंद में अनुकम्पा नियुक्ति के तहत पटवारी के रिक्त पद के विरूद्ध पटवारी प्रशिक्षण शाला जिला रायपुर में आगामी प्रशिक्षण सत्र में पटवारी प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए जिले के चार आवेदकों का चयन किया गया है। जिसमें अनुकम्पा नियुक्ति आवेदक कौशल कुमार बुड़ेक पिता स्व. सुरत लाल बुड़ेक, ग्राम खम्हन पिथौरा, राजनारायण झारेय पिता स्व. चिंताराम झारेय, रमन टोला मचेवा महासमुंद, पूनम नंद पति स्व. संतोष कुमार नंद ग्राम लुकापारा, तहसील बरमकेला, सारंगढ़-बिलाईगढ़, भूपेन्द्र कुमार सेन पिता स्व. कृष्ण कुमार सेन, वार्ड क्रमांक 04 शारदा मंदिर महासमुंद शामिल है।
आवेदक भूपेन्द्र कुमार सेन ने बताया कि उनके पिता स्व. कृष्ण कुमार सेन जनपद पंचायत महासमुंद में विकास विस्तार अधिकारी के पद पर पदस्थ थे। वर्ष 2022 में उनके अचानक मृत्यु हो जाने के कारण घर की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी थी और अनुकम्पा नियुक्ति के लिए विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ रहा था। जिससे मानसिक और आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही थी। नए सरकार के गठन के पश्चात प्रक्रिया में तेजी आई और जैसे ही आवेदन भू-अभिलेख शाखा में पहुंचा वैसे ही त्वरित समय में आवेदन का निराकरण हुआ और हमें प्रमाण पत्र मिला। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह संवेदनशील सरकार की सुशासन का ही परिणाम है। पिताजी के असामयिक गुजर जाने के पश्चात बहन और माता की जिम्मेदारी भी उनके उपर आ गई थी। भूपेन्द्र सहित अन्य अभ्यर्थियों ने भी इस पहल के लिए शासन को धन्यवाद दिया।
जारी आदेशानुसार चयनित अभ्यर्थियों को पटवारी पद पर नियुक्ति पूर्व एक वर्ष का निर्धारित पटवारी प्रशिक्षण प्राप्त करना अनिवार्य है। प्रशिक्षण पश्चात पटवारी परीक्षा उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर पटवारी पद पर अनुकम्पा नियुक्ति के लिए पृथक से आदेश जारी किया जाएगा।