राजनांदगांव। इस बरस होली के खुशनुमा पर्व पर फिजाओं में घुलेंगे हर्बल गुलाल के रंग। जिले में बिहान समूह की महिलाओं ने इस बार होली के लिए तैयार किए हैं खास रंग, जिनमें है फूल-पत्तियों की खुश्बू और माधुर्य। कहीं गुलाल की लालिमा तो कही, पलास की नारंगी, कहीं गेंदे के पीले और नीम की हरीतिमा संजोएं ये रंग होली की खुशियों को दुगुना कर देंगे। बिहान के हर्बल गुलाल पूरी तरह से इको फ्रेंडली एवं स्किन फ्रेंडली है। कलेक्टर सिंह ने कहा कि होली के पर्व पर रासायनिक रंगों के दुष्प्रभाव से दूर रहते हुए अपने मित्र, परिजनों एवं स्वजनों के साथ हर्बल गुलाल के साथ होली खेलें।
रासायनिक रंगों से आंखों एवं त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। हर्बल गुलाल प्राकृतिक रंग है जो ईको फ्रेंडली है, इनका अधिक से अधिक उपयोग करें। जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार ने बताया कि जिले में व्यापक पैमाने पर बिहान हर्बल गुुलाल का निर्माण किया जा रहा है। छुरिया विकासखंड के गुलाब स्वसहायता समूह, डोंगरगढ़ विकासखंड के जय सेवा जय बुढ़ादेव, राजनांदगांव विकासखंड के स्वधारा स्वसहायता समूह, डोंगरगांव विकासखंड के गनेरी स्वसहायता समूह तथा अंजोरा गौठान में हर्बल गुलाल तैयार किये जा रहे हैं। बिहान हर्बल गुलाल बिक्री के लिए सी-मार्ट एवं स्थानीय बाजार में उपलब्ध है।