बिलासपुर। जिला अस्पताल में कार्यरत नर्स से उसके ही सहकर्मी ने 4 लाख 59 हजार रुपये की ठगी कर ली। आरोपी नर्स ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पीड़ित नर्स को उसके पति की सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया। मामला सामने आने के बाद सरकंडा पुलिस ने इस पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पाटलीपुत्र कॉलोनी, राजकिशोर नगर निवासी लता पाटिल जिला अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। उनके पति शरद चंद्र वर्मा प्राइवेट नौकरी करते हैं। सहकर्मी मंजू पाटले, जो कि अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ के रूप में कार्यरत है, के साथ उनकी अच्छी जान-पहचान थी। 2022 में एक पिकनिक के दौरान मंजू ने लता को बताया कि उसकी दोस्ती सतीश कुमार सोनवानी उर्फ आर्यन नामक व्यक्ति से है, जो मंत्रालय में अधिकारी है और कई लोगों की सरकारी नौकरी लगवा चुका है।
मंजू की बातों पर विश्वास कर लता और उनके पति शरद ने अलग-अलग किश्तों में 4 लाख 59 हजार 551 रुपये मंजू और सतीश को दे दिए। समय बीतने पर भी जब शरद की नौकरी नहीं लगी, तो लता ने रकम वापस मांगनी शुरू की। शुरू में दोनों आरोपी टालते रहे, पर कुछ महीने पहले मंजू और सतीश ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि वे पैसे नहीं लौटाएंगे और जो करना है, कर लो।
परेशान होकर लता ने सरकंडा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और धोखाधड़ी के आरोप में दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।