एनटीपीसी ने पार की अराजकता और दबंगई की सीमा

Update: 2021-08-09 16:31 GMT

कोरबा। लारा क्षेत्र के युवा अपनी नौकरी की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से अन्न जल त्यागकर आमरण अनशन कर रहे हैं लेकिन एनटीपीसी के अधिकारी की दबंगाई और अराजकता इस कदर बढ़ गई है कि उन्हें फर्क ही नही पड़ रहा कि भूविस्थापित युवा जिये या मरें तभी तो उन्होंने आज तक कोई ठोस कदम नही उठाया है। एनटीपीसी के लारा से लेकर रायपुर और दिल्ली तक के अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनने की कोशिश कर रहे हैं।

आज धरना स्थल में पुनः 4 लोग अरविंद प्रधान, भरत प्रधान, संजय निषाद और श्याम कुमार की तबियत बिगड़ने पर छपोरा में पदस्थ डॉ जेना ने उन्हें एम्बुलेंस से हॉस्पिटल शिफ्ट करवाया जहां उन्हें तुरंत उपचार दिया गया। धरना दे रहे लोगो मे हरिकिशन पटेल और कौशिक गुप्ता के वजन में भी लगातार कमी हो रही है।

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