पर्यावरण संरक्षण मंडल का एक्शन
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। रायपुर जिले के 130 उद्योगों के खिलाफ हवा में जहर घोलने यानि प्रदूषण फैलाने की शिकायत मिली है। शिकायत के बाद आवास एवं पर्यावरण विभाग ने इन उद्योगों में टीम भेजी, जिसमें कई उद्योगों में स्थिति सामान्य पाई गई, वहीं 40 प्रतिशत उद्योगों में खामियां मिली। विभाग ने अलग-अलग उद्योगों को नोटिस जारी करते हुए कार्रवाई की अनुंशसा की है।
जांच के दौरान जो खामियां मिली है। इनमें ईएसपी के बंद पाए जाने से लेकर प्रदूषण के विभिन्न् मानकों का उल्लंघन पाया गया। पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों के मुताबिक इनमें से 70 उद्योगों में जांच के दौरान स्थिति सामान्य पाई गई। 100 से ज्यादा उद्योगों में 12 उद्योगों के बिजली काटने की कार्रवाई की अनुशंसा की गई, जिसमें उद्योगों ने बिजली काटे जाने की प्रक्रिया के बाद प्रदूषण के मानकों में सुधार किया।
छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण अधिनियम 1981 के तहत कार्रवाई की है। पर्यावरणीय मानकों का उल्लंघन करने वाले उद्योगों को चेतावनी जारी की गई है कि नियमों का पालन किया जाए। जिन उद्योगों ने नियमों का उल्लंघन किया है। उनमें कई इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट भी शामिल हैं। इन उद्योगों को तीन महीने के भीतर सिस्टम ठीक करने के बाद ही ईएसपी चालू करने व मेंटेनेंस रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। रायपुर जिले के आस-पास जिन क्षेत्रों में उद्योग स्थापित हुए हैं, वहां आस-पास घनी बसाहट हो चुकी है। सिलतरा, उरला, सरोरा,बिरगांव, भनपुरी, मंदिर हसौद, तिल्दा आदि क्षेत्रों में कमोबेश यही स्थिति है। उद्योग विभाग के सामने नए उद्योगों के लिए नए औद्योगिक क्षेत्र का चयन बड़ी चुनौती साबित हो रही है।