अनियमितता मामले में सिम्स के नोडल अधिकारी को जारी हुआ नोटिस

Update: 2024-05-10 03:33 GMT

बिलासपुर। बिलासपुर में आयुष्मान भारत के संचालन में लगे कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि की भुगतान में गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है। इसमें अनियमितता उजागर होने के बाद डीन ने आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रहास ध्रुव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत आवंटित राशि का सिम्स में हिसाब नहीं मिल रहा है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्रोत्साहन राशि किसी को ज्यादा तो किसी को कम दिया गया है। जांच में लाखों रुपए का हिसाब नहीं मिल रहा है। दरअसल, जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत सिम्स में सर्वाधिक मरीजों का निशुल्क इलाज होता है। योजना के तहत मरीजों के इलाज कराने के काम में लगे कर्मचारियों को भी प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इस प्रोत्साहन राशि की वितरण करने की जिम्मेदारी सिम्स के आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डा़ चंद्रहास ध्रुव को दी गई है।

आयुष्मान योजना के तहत इन्सेंटिव के भुगतान में जमकर बंदरबांट किया गया है। वर्ष 2021- 22 और 2022-23 में 7.92 करोड़ रुपए इन्सेंटिव भुगतान किया गया है। इसमें 23 ऐसे कर्मचारियों, जो पात्र ही नहीं हैं, उन्हें भी 18 लाख रुपए बांट दिया गया है। इसमें धोबी, नाई और बढ़ई को वार्ड ब्वॉय बताकर उनके खाते में पैसे जमा किए गए हैं। इसके अलावा क्लर्क को पैरामेडिकल स्टाफ बताकर भुगतान किया गया है।

सिम्स में आयुष्मान भारत का काम डॉ. ध्रुव ही संभालते हैं। जांच में यह पता चला है कि प्रोत्साहन राशि का सही तरीके से वितरण नहीं किया जा रहा है। किसी को कम तो किसी को ज्यादा राशि मिल रही है, यह राशि किस हिसाब से बांटी गई है, इसकी भी जानकारी सही नहीं है और न ही प्रबंधन को इसकी जानकारी दी गई है। मामले में डीन डा़ केके सहारे ने गड़बड़ी का आशंका को देखते हुए नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रहास ध्रुव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

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