एनएमडीसी लिमिटेड और आईआईटी हैदराबाद ने डीप-टेक उद्यमियों को समर्थन देने के लिए इनक्यूबेशन और फैलोशिप कार्यक्रम आरंभ किया

Update: 2020-11-05 02:51 GMT

रायपुर:- एनएमडीसी लिमिटेड ने आईआईटी हैदराबाद के साथ संयुक्त रूप से आज इनक्यूबेशन और फैलोशिप कार्यक्रम आरंभ किया है। नाइस प्रोग्राम (एनएमडीसी इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर) नामक यह पहल एनएमडीसी लिमिटेड और आई-टीआईसी फाउंडेशन के बीच एक संयुक्त कार्यक्रम है, यह आईआईटी हैदराबाद में एक स्टार्टअप सपोर्ट सिस्टम है जिसका उद्देश्य इनक्यूबेशन और फैलोशिप प्रदान करके डीप-टेक स्टार्टअप्स को समर्थन करना है । नाइस का उद्देश्य देश में उद्यमिता और नवाचार की भावना को बढ़ावा दे कर स्टार्टअप इंडिया आंदोलन का समर्थन करना है ।

एनएमडीसी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुमित देब ने आईआईटी हैदराबाद के निदेशक प्रो. बीएस मूर्ति की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस वर्चुअल कार्यक्रम में एनएमडीसी लिमिटेड के पी के सतपथी , निदेशक (उत्पादन) अमिताभ मुखर्जी, निदेशक (वित्त) आलोक कुमार मेहता, निदेशक (वाणिज्य), आई-टीआईसी फाउंडेशन के प्रभारी संकाय प्रो सूर्य कुमार एस तथा इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स, विद्यार्थी , संकाय सदस्य और संगठनों की टीम के सदस्यों ने भाग लिया ।

नाइस पहल पांच वर्षीय एक संयुक्त कार्यक्रम है जो 15 फेलो और 15 स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता , परामर्श , सह-कार्य स्थान सुविधा, अन्य ढांचागत लाभ, और कई अन्य सुविधाएं प्रदान करेगा। एनएमडीसी द्वारा इस कार्यक्रम के कुल बजट 10 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है । नाइस का लक्ष्य प्रत्येक वर्ष 5 स्टार्टअप्स को 25 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करना है जिससे उनकी अवधारणा को स्केलेबल व्यवसाय में परिवर्तित किया जा सके । यह कार्यक्रम 5 विद्यार्थियों को 12 माह के लिए 80,000 रुपये मासिक वृत्ति प्रदान कर उनकी जीविका तथा प्रोटोटाइप के विकास में सहयोग प्रदान करेगा ।

कार्यक्रम का आरंभ करते हुए सुमित देब ने कहा कि " एक जिम्मेदार नैगम संस्था के रूप में एनएमडीसी ने सदैव मानवीय समाज को प्रभावित करने वाले सामाजिक मूल्यों का समर्थन किया है । मुझे विश्वास है कि यह नाइस पहल युवा उद्यमियों के लिए ऐसी सुविधा होगी जिससे वह उत्साह के साथ अपनी उद्यमशीलता की यात्रा को आगे बढाते हुए बड़े पैमाने पर समाज के हित में कार्य कर सकेंगे । मैं इस अवसर पर युवा और उत्साही उद्यमियों को सफल उद्यमी बनने के अपने सपने साकार करने के लिए एनएमडीसी की इस पहल का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित करता हूं ।"

प्रो बी एस मूर्ति ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा, " आईआईटी हैदराबाद का विजन आविष्कारों और नवाचारों का बढावा देना है। यह संयुक्त कार्यक्रम आईआईटीएच के विजन एवं उद्यमिता तथा नवाचारों के प्रति प्रतिबद्धता की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है । यह कार्यक्रम स्टार्टअप इंडिया पहलों को समृद्ध करने के लिए उद्योग-शिक्षा सहयोग के लिए एक टेम्पलेट के रूप में भी कार्य करेगा।

इस कार्यक्रम के दौरान श्री सुमित देब द्वारा वेबसाइट लॉच की गई, स्टार्टअप्स के साथ बातचीत, सहायता के तरीकों तथा फेलोशिप कार्यक्रम की जानकारी दी गयी। । फैलोशिप कार्यक्रम के लिए नवंबर से आवेदन पत्र मंगाए जाएंगे और नाइस वेबसाइट (www.niceprogram.in) के माध्यम से आवेदन किया जा सकेगा ।

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