रायपुर। राज्य विद्युत कर्मचारी की सबसे पुराने जनता यूनियन कर्मचारी संघ का पंजीयन को लेकर उच्च न्यायालय के आदेश के बाद कर्मचारी राजनीति की धार जोर पकड़ने लगी है। जिसमें प्रदेशभर से सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी शामिल हुए। गौरतलब है कि कर्मचारी राजनीति में बिजली कर्मचारी संघ जनता यूनियन नेतृत्वकर्ता की भूमिका अदा करता था लेकिन कुछ सालो से कर्मचारियों और उनके संगठनों को नेतृत्व देने वाला कोई संगठन में एक्टिव नहीं था। छत्तीसगढ़ विद्युत कर्मचारी संघ जनता यूनियन को भी अधिकारियों ने पहले ही कमजोर किया गया। यही कारण है कि कर्मचारी कई मुद्दों पर लामबंद तो हो रहे हैं लेकिन आंदोलन करने जैसी ताकत उनके पास बची नहीं थी।
विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन का गठन 1977 को किया गया था। यह कर्मचारियों का पहला ऐसा संगठन था, जो प्रत्येक तीन वर्ष में मनोनयन से नई कार्यकारिणी का गठन करता है।
सर्वसम्मति से चुने गए अध्यक्ष
जनता यूनियन द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारी किशन चिंदेकर ने शनिवार को हुए चुनाव में सर्वसम्मति से सी.के. खांडे प्रांतीय अध्यक्ष और अजय बाबर को महासचिव चुना गया। उपाध्यक्ष डी के बिसेन, जे पी पटेल, ए जे सिंह, यतीश वर्मा, अनिल द्विवेदी, महेश श्रीवास, प्रांतीय संगठन सचिव अवधेश साहू, प्रांतीय प्रचार सचिव रवि साइमन, प्रांतीय मीडिया प्रभारी नरेन्द्र वर्मा, प्रांतीय कोषाध्यक्ष एस एल धीवर, प्रांतीय सचिव जार्ज के के, जे के श्रीवास्तव, डी के देवांगन,सी सी बनर्जी, प्रदीप शर्मा, सी रामचंद्रन, संदीप अग्रवाल, प्रांतीय कार्यालय सचिव कान्हा कौशिक, प्रांतीय संयुक्त सचिव अजय बसु, टीडी वर्मा, मान सिंह मंडावी, आई एम बैग, एके त्रिपाठी, प्रांतीय संयुक्त संगठन सचिव सी के राठौर, टिकेश्वर ठाकुर, आर के चटर्जी, रामजीत सिंह, प्रांतीय संयुक्त प्रचार सचिव एम जी साहू, संदीप मेश्राम, पितांबर चौहान, लोकेश श्रीवास, संजय ग्वाल को चुना गया। प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में हितेश सूर्यवंशी, उदय राठौर, ओमप्रकाश सूर्यवंशी, डीके सिंह, मोहम्मद हनीफ, रामचंद्र पिल्लाई, सौरभ खम्पुरिया,अश्वनी पटेल, जार्ज के थनक चंद, राहुल गुप्ता, बृजलाल वर्मा, सपन सरकार, मनीष ध्रुव,विजय मीनपाल, परमेश्वर कन्नौजे, यू के श्रीवास्तव, राधेश्याम कटकवार, आई पी वर्मा,अजय कुमार नंदी, गजेंद्र कुमार साहू, अखिल मिश्रा, दिलीप बरेठ को चुना गया।