रूरल इंडस्ट्रियल पार्क से ग्रामीण क्षेत्रों में खुले रोजगार के नये आयाम
छग
राजनांदगांव। शासन के रूरल इंडस्ट्रियल पार्क से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नये आयाम खुले हैं। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को अपने घर के पास ही रोजगार के अवसर मिले हैं और उनके जीवन में खुशहाली आयी है। जिले के रीपा में व्यापक पैमाने पर युवा फ्लाईऐस ब्रिक्स बना रहे हैं। फ्लाईऐस ब्रिक्स के लिए अधोसंरचना निर्माण के लिए लगातार कार्य किए गए। जिसका सुखद परिणाम यह है कि युवाओं को एक व्यवस्थित संरचना कार्य करने के लिए मिली है। जिससे उनमें उत्साह एवं खुशी है। इन ब्रिक्स का उपयोग भवन निर्माण में किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बन रहे आवास के लिए भी फ्लाईऐस ब्रिक्स की डिमांड है। अब तक 69 हजार ईटों की बिक्री की जा चुकी है। वहीं रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में 4 लाख 55 हजार ईटों के 20 लाख 7 हजार रूपए का आर्डर मिल चुका है। जिले के 4 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में 71 हजार ईटें बनाए गए हैं। जिनमें से 69 हजार ईटों का विक्रय किया जा चुका है। इन ईटों के विक्रय से 2 लाख 7 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं। कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन तथा जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार के निर्देशन में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में फ्लाईऐस ब्रिक्स के लिए मजबूत अधोसंरचना का निर्माण किया गया है। उल्लेखनीय है कि छुरिया विकासखंड के रूरल इंडस्ट्रियल पार्क कल्लूबंजारी में 38 हजार ईटे बनाएं गए है और 37 हजार ईटे विक्रय से 1 लाख 11 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं तथा 1 लाख 50 हजार ईटों का आर्डर है। इसी तरह रूरल इंडस्ट्रियल पार्क कलडबरी में 8 हजार ईटे बनाए गए हैं और 7 हजार ईट विक्रय से 21 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं तथा 1 लाख 50 हजार ईटों का आर्डर है। डोंगरगढ़ विकासखंड के रूरल इंडस्ट्रियल पार्क सहसपुर में बनाए गए 15 हजार ईटों से 45 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं तथा 1 लाख ईटों का आर्डर है। इसी तरह रूरल इंडस्ट्रियल पार्क झींका में बनाएं गए 10 हजार ईटों के विक्रय से 30 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं तथा 55 हजार ईटों का आर्डर है।