गरियाबंद। कलेक्टर प्रभात मलिक ने सोमवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत चल रहे जल जीवन मिशन के कार्यों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। बैठक में पंचायतवार मिशन के कार्यों के प्रगति, प्रशासकीय स्वीकृति, कार्यादेश, अनुबंध, पूर्ण-अपूर्ण, स्वीकृत-अस्वीकृत कार्याे की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के कार्यों में धीमी प्रगतिरत कार्यों में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यो में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं किया जायेगा। जल जीवन मिशन के कार्यो को अधिकारी गंभीरता से लेते हुए समय अवधि में गुणवत्तापूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि स्वीकृत कार्यो में समय - सीमा से अधिक विलंब होने की स्थिति पर संबंधित ठेकेदारों से पेनाल्टी वसूली करें या उनके द्वारा कराएं जा रहे कार्य को निरस्त करें। जल जीवन मिशन के अंतर्गत जो कार्य पूर्ण नहीं किये हैं या लम्बे अवधि से कार्य बंद है। उसे निरस्त कर नया कार्यादेश जारी करें ।
जल जीवन मिशन के तहत जो कार्य पूर्ण हो गए है, उन कार्यो के लिए पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कहा कि यदि जल जीवन मिशन के कार्य पूर्ण नहीं हुआ है और किसी अधिकारी द्वारा पूर्णता प्रमाण पत्र जारी किया जाता है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि सभी घरों के नागरिकों को उच्च गुणवत्ता का शुद्ध पेयजल प्राप्त हो। कलेक्टर ने कहा कि जिले में चल रहे जल जीवन मिशन के कार्यों पर तेज़ी लाएँ। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे हर सप्ताह मिशन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर अवगत कराये। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ई.ई. प्रमोद कतलाम, पीएचई के समस्त अनुविभागीय अधिकारी, सब इंजीनियर एवं जल जीवन मिशन से जुड़े सभी अधिकारी - कर्मचारी उपस्थित थे।