जगदलपुर। सुकमा जिले में स्थित एलमागुंडा कैंप पर नक्सलियों ने हमला कर दिया है। हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हो गए। हमले के बाद तत्काल जवानों ने मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग की। लगभग आधे घंटे चली इस मुठभेड़ में माओवादियों को भी नुकसान उठाना पड़ा और वे जंगलों की ओर भाग गए।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि सुकमा जिले के एलमागुंडा में कुछ समय पूर्व ही नए कैंप की स्थापना की गई है। इस कैंप के लगने से माओवादियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है और उन्हें अपने काबिज इलाके से पीछे हटना पड़ा है। ऐसे में बौखलाए माओवादियों द्वारा लगातार जवानों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हुए जवानों के मनोबल को तोडऩे की कोशिश की जा रही है।
पर उसमें वे सफल नहीं हो पा रहे हैं। जिससे बौखलाहट में सोमवार की सुबह लगभग 6.30 बजे माओवादियों ने कैंप पर फायरिंग की और देशी हैंड ग्रेनेड भी दागा है। माओवादियों के हमले के बाद तत्काल जवानों ने मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की गई। लगभग आधे घंटे चली इस मुठभेड़ में माओवादियों को भी नुकसान उठाना पड़ा और वे जंगलों की ओर भाग गए।
मुठभेड़ में 2री वाहिनी, सीआरपीएफ के प्रधान आरक्षक हेमन्त चौधरी, आरक्षक बसप्पा एवं आरक्षक ललित बाघ घायल हो गए। घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए एलमागुण्डा से हेलीकॉप्टर के माध्यम से रायपुर भेज दिया गया है।