उत्तर बस्तर। कलेक्टर शुक्ला के मार्गदर्शन में कांकेर जिले में हमर लक्ष्य अभियान चलाया गया, जिसका अच्छा परिणाम सामने आया है। राष्ट्रीय प्रतिभा खोज के तहत राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा एनएमएमएसई में जिले के इतिहास में अब तक सर्वाधिक 126 बच्चे चयनित हुए हैं। चारामा विकासखंड के 100 विद्यार्थी, नरहरपुर से 12 व अन्य विकासखंड से 14 विद्यार्थियों का चयन होने पर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला की ओर से चारामा विकासखंड के खंड शिक्षा अधिकारी एसपी कोसरे व केशव साहू की प्रशंसा की गई। चारामा विकासखंड के विद्यार्थियों की सफलता को देखते हुए उन्होंने आगामी शैक्षणिक सत्र में सभी शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक हाई व हायर सेकंडरी स्कूलों के विद्यार्थियों को परीक्षा उपयोगी पाठ्यक्रम कर अध्ययन कराने के निर्देश दिये, ताकि बच्चे परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सके। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ल की ओर से जेईई के तहत प्रथम चरण में 71 बच्चों का गत वर्ष के कट ऑफ माक्र्स आधार पर चयन संभावित होने पर प्रसन्नता व्यक्त किया गया तथा जेईई द्वितीय सेशन व एनडीए में फॉर्म भराये गये विद्यार्थियों के परीक्षा में उपस्थिति व परीक्षा की तैयारी हेतु बनाये गये कार्ययोजना की समीक्षा की गई। नीट परीक्षा में अधिक से अधिक आदिवासी विद्यार्थियों को शामिल होने हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिये गये। उन्होंने नीट परीक्षा की तैयारी के लिए वर्चुअल कक्षाओं का संचालन, नोडल शिक्षक की नियुक्ति तथा बोर्ड परीक्षा उपरांत वर्चुअल कक्षाएं प्रारंभ करने तथा आईसीटी योजना के तहत कम्प्यूटर व प्रोजेक्टर के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये गये।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने शिक्षा विभाग अंतर्गत डीपीआई व समग्र शिक्षा से संचालित हो रहे निर्माण व मरम्मत व जीर्णोद्धार कार्यो के लिए स्वीकृत राशि जारी करने के पूर्व मरम्मत योग्य शालाओं के भौतिक सत्यापन कर वास्तविक मरम्मत योग्य शालाओं की सूची बनाने तथा पूर्व निर्माण या मरम्मत वर्ष दर्शाते हुए फोटोग्राफ निर्धारित प्रारूप में एक सप्ताह के भीतर बीईओ को प्रेषित करने के निर्देश दिये गये है। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने निर्देशित करते हुए कहा कि मरम्मत के सभी कार्य स्वीकृत कर नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के पहले कार्यों को गुणवत्तापूर्वक पूर्ण कर लिया जाये। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर मरम्मत कार्यों को शीघ्र पूर्ण करायें। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ल ने डिस्मेंटल योग्य विद्यालय भवनों की पृथक से सूची तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। आरईएस व लोक निर्माण विभाग के माध्यम से डिस्मेंटल योग्य भवनों के डिस्मेंटल की कार्यवाही व अनुमानित व्यय के लिए प्राक्कलन तैयार कराये जाने के लिए जिला पंचायत सीईओ सुमित अग्रवाल को पत्र जारी करने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ने ऐसे विद्यालय जिसका स्वयं का भवन नहीं है अर्थात जो अतिरिक्त कक्षों में संचालित किया जा रहा है, उनका औचित्य पूर्ण अतिरिक्त कक्षों की मांग करने तथा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी व हिन्दी माध्यम विद्यालयों के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये गये है। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने समीक्षा बैठक में प्रत्येक विकासखंड अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, चारामा, दुर्गूकोंदल, कांकेर, कोयलीबेडा और नरहरपुर के खंड शिक्षा अधिकारियों से निर्माण कार्यों की जानकारी लिया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ सुमीत अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी भुवन जैन, राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला समन्वयक आर.पी मिरे सहित सभी नोडल अधिकारी भी उपस्थित थे।