भारत देश मे कला की कोई कमी नही है। जरूरत है तो केवल उन्हें पहचान कर उभारने की कई लोग अपनी कला को मुकाम देने मे सफल हो जाते हैं तो कई खो जाते हैं लेकिन अभी की स्थिति मे लोक कलाकारों व अन्य कलाकारों की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है जिसके चलते ही राष्ट्रीय कलाकार एसोसिएशन ने कलाकारों की आवाज सरकार तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है और सभी कलाकारों को एक जुट कर आर्थिक सहायता के लिए निम्न मांग किया है। जिसमे कलाकारों के अधिकार भी शामिल है जो कि कलाकारों को जानना भी आवश्यक है। चूंकि अभी तक सभी सरकारों ने कलाकारों को सिर्फ वोट बैंक का जनक ही समझा है। लेकिन सरकार के द्वारा कलाकारों को किसी भी प्रकार से लाभ नही दिया गया है। राष्ट्रीय कलाकार एशोसिएशन ने सरकार द्वारा कलाकार क्रेडिट कार्ड की मांग की है जिमसे कई बिंदु है और यह कार्ड सभी कलाकारों का अधिकार है। राष्ट्रीय कलाकार एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष मिनहाज सोहाग्रवी ने देश के सभी कलाकारों का आवाहन किया है की आप सभी इस मुहिम में शामिल हो जिससे सरकार से कलाकार क्रेडिट कार्ड की मांग मनवाई जा सकें, और सभी कलाकारों को वो सुविधाएं मिले जो किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलती है। हमारा उद्देश्य है भारत के सभी कलाकार एक हो और अपने हक की मांग करें। सभी वर्गों में यूनियन होती है तो फिर कलाकारों की क्यो नही? इसी उद्देश्य के साथ राष्ट्रीय कलाकार एसोसिएशन ने भारत के कई राज्यों मे अपने सदस्यों का सदस्यता अभियान शुरू कर दिया है ताकि एसोसिएशन और भी मजबूत बन सके, इसी कड़ी मे राष्ट्रीय अध्यक्ष मिनहाज सोहागर्वी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य मे प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व कन्हैया पटनिहा, प्रदेश उपाध्यक्ष सुबेसिंह चौहान, प्रदेश सलाहकार महेश गोयन व प्रदेश सह सचिव लक्ष्मण राजपूत को सौंपा है।
राष्ट्रीय कलाकार एसोसिएशन के उद्देश्य निम्न प्रकार होंगे।
1. कलाकार क्रेडिट कार्ड।
2.बीमा, स्वास्थ्य व पेंशन योजना में सहभागिता।
3. प्रत्येक प्रदेश में फिल्म इंडस्ट्री का निर्माण।
4.कला जगत को इंडस्ट्री का दर्जा।
5. कोरोना काल में सभी कलाकारो को आर्थिक सहायता।