मोहला। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के माध्यम से सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लोगों को खुद का पक्का मकान बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बहुत से परिवार कच्चे मकान में रहते हैं। गांव में रहने वाले लोग गरीबी के कारण अपना पक्का मकान नहीं बना पाते हैं। वे अपना खुद का पक्का घर बनाना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे अपने पक्के घर का सपना पूरा नहीं कर पाते है और पूरी जिंदगी कच्चे मकान में बिता देते हैं। उनके इसी सपने को पूरा करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में रहने वालों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण चलाई जा रही है।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र अंबागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम सांगली निवासी नाथूराम को स्वयं का पक्का मकान होने के कारण बरसात के दिनों में किसी प्रकार की चिंता नहीं है। वे अपने पक्के मकान में किचन प्लेटफार्म और शौचालय निर्माण कराकर अपने परिवार के साथ रहकर खुशी से जीवनयापन कर रहें हैं। नाथूराम एक मेहनतकश किसान हैं, अपने जीवन-यापन करने के लिए कृषि और गांव में डेकोरेशन का कार्य करते हैं। नाथूराम बताते हैं कि वे पहले एक खपरैल वाले कच्चे मकान में रहते थे। मिट्टी और खपरैल वाला घर होने के कारण बरसात के दिनों में पानी टपकना, जमीन में नमी आ जाना, दीवारों में सीलन व कई अन्य प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता था। नाथूराम ने बताया कि शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत पक्का आवास निर्माण के लिए राशि 1 लाख 30 हजार रूपए की स्वीकृति मिली और निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण कर लिया गया। पक्के घर के निर्माण से वे डेकोरेशन का कार्य अच्छे से कर रहे हैं। शासन की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण नाथूराम के लिए वरदान साबित हुई है। उन्होंने इस मदद के लिए शासन एवं प्रशासन को आभार और धन्यवाद दिया है।