नारायणपुर कलेक्टर ने स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की ली बैठक

Update: 2022-01-28 07:57 GMT

नारायणपुर। कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने आज यहां कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में संचालित स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग की संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में संचालित सुपोषण के लिए और अधिक बेहतर प्रयास करने की आवश्यकता है। इसके लिए महिला एवं स्वास्थ्य विभाग के आपसी सहयोग एवं समन्वय पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सुपोषण के लिए महिला एवं बच्चों को दी जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता एवं मात्रा को विशेष रूप से ध्यान में रखें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। उन्होेंने यह भी कहा कि इसके लिए निर्धारित बजट के अतिरिक्त भी व्यवस्था की जा सकती है और उसे और बेहतर ढंग से सुपोषण को गति प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के उपलब्ध मानवीय संसाधनों के बेहतर उपयोग करने पर जोर दिया।

बैठक में पॉवर पाईंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी गयी। इसमें अधासंरचना, मानवीय संसाधन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं बेहतर मानवीय उपयोग सहित अन्य विभिन्न विषयों पर जानकारी दी गयी। बैठक में कलेक्टर श्री रघुवंशी ने कहा कि जिले में हॉट-बाजार के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना अंतर्गत आयोजित होने वाले स्वास्थ्य शिविरों एवं अन्य ऐसे सार्वजनिक स्थान जहां पर बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित होते है, वहां टीबी, मलेरिया, कुष्ठ सहित अन्य संचारी रोगों की जांच करने के साथ-साथ लोगों को इन रोगों की जानकारी और उसके निदान की विस्तार से जानकारी दिया जाना सुनिश्चित करें। इन बीमारियों की जांच के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाईयां, किट एवं मानवीय संसाधन उपलब्ध रखें। लोगों को इन रोगों से बचाव हेतु जागरूक भी करें। उन्होंने यह भी कहा कि टीबी जैसे रोगों से पीड़ित रोगी को नियमित दवा लेने के लिए प्रयास करे और उसकी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले विशेष रूप से विजिट कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। बैठक में उन्होंने कहा कि जिले में संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को विशेष रूप से बढ़ावा देना है, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ऐसे दाई को क्षेत्र विशेष के लिए चिन्हांकित कर उन्हें प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करे। उन्होंने आकाबेड़ा और कुंदला में सुरक्षित प्रसव के लिए मानवीय संसाधन उपलब्ध कराने के भी निर्देश सीएमएचओ को दिये।

बैठक में कलेक्टर श्री रघुवंशी ने कहा कि जिले में पोषण पुर्नवास केन्द्र में पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं। इन केन्द्रों में चिन्हांकित कुपोषित बच्चों को भर्ती करायें। इस कार्य में महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर काम करें। उन्होंने मलेरिया के रोकथाम के लिए जिले में संचालित विभिन्न अभियानों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए मच्छरदानी के उपयोग एवं उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करें। साथ ही गांवों में फागिंग सहित अन्य कार्यों की व्यवस्था संबंधित ग्राम पंचायतों के माध्यम से की जाये। इस दौरान उन्होंने महिला एंव बाल विकास विभाग के संचालित योजनाओं के तहत् सुपोषण, आंगनबाड़ी अधोसंरचना, वजन त्यौहार सहित कार्यो की समीक्षा की।

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