मुंबई के साइबर एक्सपर्ट ने बताया की कैसे बचे ऑनलाइन ठगी के शिकार होने से

आज कालीबाड़ी स्थित यातायात ऑफिस में साइबर क्राइम सेमिनार का आयोजन किया गया। मुंबई से आए साइबर एक्सपर्ट गोविंद रे ने साइबर से जुड़े फ्राड को लेकर सचेत किया। इसके साथ ही साइबर क्राइम से कैसे मुक्ति पाए इसके बारे में भी जानकारी दी।

Update: 2021-01-28 17:47 GMT

जनता से रिश्ता वेब डेस्क।  रायपुर: ऑनलाइन ऑर्डर ठगी (Online order fraud) का जंजाल बनते जा रहा है। ऑनलाइन ऑर्डर (Online order fraud) के चक्कर में कई लोग लाखों रुपए (Millions of rupees) गवा चुके हैं। ठग गिरोह सोशल साइट (Social site) में फर्जी विज्ञापन (Fake advertisement) देकर लोगों को झांसे में लेकर चूना लगाते हैं। इस पर पुलिस के द्वारा लोगों को आगाह किया जा रहा है, लेकिन फिर भी लोग आए दिन ठगी का शिकार हो रहे हैं।

इसी को लेकर आज कालीबाड़ी स्थित यातायात ऑफिस में साइबर क्राइम सेमिनार (Cybercrime seminar) का आयोजन किया गया। मुंबई से आए साइबर एक्सपर्ट गोविंद रे (Cyber ​​Expert Govind Ray)ने साइबर से जुड़े फ्राड को लेकर सचेत किया। इसके साथ ही साइबर क्राइम से कैसे मुक्ति पाए इसके बारे में भी जानकारी दी।

बता दें कि साइबर क्राइम को रोकने पुलिस विभाग अब हर महीने सेमिनार का आयोजन करेगी। इसके माध्यम से सभी थानों के विवेचकों को टिप्स दिए जाएंगे। सेमिनार का मुख्य एजेंडा साइबर क्राइम को रोकने कैसे सफलता हासिल करें और इस पर कैसे लगाम लगाए जा सके।

वही मीडिया को जानकारी देते हुए मुंबई से आए साइबर एक्सपर्ट गोविंद रे ने बताया कि वर्तमान में लगभग सभी लोग इंटरनेट का उपयोग करते हैं और जो लोग ज्यादातर किसी कम्युनिटीज से जुड़े रहते हैं।

उस पर ज्यादातर प्रश्न करना चाहिए। साथ ही जिन लोगों को ज्यादा लालच होता है वे लोग आॅनलाइन ठगी का शिकार होते हैं। क्योंकि आवेश में आकर वे अपने सेंन्स खो देते है और आनलाईन ठगी का शिकार हो जाते हैं।

ऑनलाइन ऑर्डर बना ठगी का जंजाल

साइबर एक्सपर्ट गोविंद रे ने सेमिनार के दौरान बताया कि ऐमेजॉन और फ्लिपकार्ट एक लोजिंट प्लेटफॉर्म है। इसके माध्यम से ठगी ज्यादा होता है। कई लोग फेसबुक में भी फर्जी पोर्टल चलाने से आनलाइन ठगी का शिकार हो जाते हैं। ठग गिरोह फेसबुक में फर्जी विज्ञापन देकर लोगों को शिकार बना लेते हैं।

उन्होंने बताया कि फेसबुक में ज्यादातर ऑनलाइन शॉपिंग साइड बनाए जाते हैं। इसे देखकर लोग झांसे में आ जाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोग इस साइज में एड देखकर प्रोडक्ट आर्डर करते हैं और कभी वह प्रोडक्ट आता ही नहीं है। इसके पीछे करोड़ों स्केम होता है। इन्हीं चीजों को जानकारी देने व इससे बचने के लिए साइबर सेमिनार में पुलिस कर्मियों की जानकारी दी जाएगी।

साइबर क्राइम से बचने करें ये उपाय

ऑनलाइन शॉपिंग करने से पहले सावधानी बरतना चाहिए। आप अगर आॅनलाइन साइड से पूरी तरह अवेर नहीं होते तब तक उस साइड में ना जाए। किसी की ब्रांड में जाकर चीजें आर्डर तब तक ना करे जब तक आप को पूरी तरह उस ब्रांड पर विश्वास ना हो तब तक आप उसे उपयोग ना करें तभी आप आॅनलाइन ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं। वहीं सेमिनार का हिस्सा ले रहे सायबर क्राइम ऑफिसर रमाकांत साहू ने बताया कि आज के समय में साइबर क्राइम का अपराध बढ़ते जा रहे है। सभी थानों में साइबर की टीम निर्भर है। वहीं कोशिश यह है कि किसी भी सायबर क्राइम का मामला थानों में आए तो उन मामलों पर बेसिक एक जानकारी लेकर आगे बढ़ सके। सिर्फ एक जगह निर्भर ना रहे। इसलिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया और कोशिश ये भी है कि सभी विवेचकों की हर महीने कार्यशाला आयोजित करके जानकारी दी जाएगी। इस अवसर पर मुख्य रुप से एसएसपी अजय यादव, एसपी लखन पटेल, एएसपी क्राइम अभिषेक महेश्वरी व यातायात एसपी एमआर मंडावी उपस्थित रहे।


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