किसानों को सरसों सहित सुगंधित धान, मिलेट्स की खेती के लिए प्रेरित करें: कलेक्टर
कोंडागांव। जिले के सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान करने के लिए व्यापक पहल किया जाए। वहीं जिले के अधिकाधिक किसानों को सरसों की खेती सहित सुगंधित धान और कोदो- कुटकी एवं रागी की पैदावार लेने के लिए प्रोत्साहित कर रकबा विस्तार किया जाए। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने गत दिवस कलेक्टोरेट में कृषि विभाग की योजनाओं एवं गतिविधियों की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये। कलेक्टर दीपक सोनी ने बैठक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड प्रदाय, राजीव गांधी किसान न्याय योजना कृषि अवसंरचना निधि इत्यादि की क्रियान्वयन प्रगति की समीक्षा करते हुए कृषि अवसंरचना निधि के तहत किसानों,कृषक उत्पादक संगठन, सहकारी समितियों, दुग्ध उत्पादक संगठन,मत्स्यपालक कृषकों को उनके जरूरत के अनुरूप गोदाम कोल्ड स्टोरेज राइस मिल,कैज कल्चर इत्यादि संसाधनों के लिए सहायता प्रदान करने प्रकरण तैयार किए जाने कहा । उन्होंने इस दिशा में किसानों तथा सहकारी समितियों इत्यादि को योजना की पूरी जानकारी देकर लाभान्वित किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर सोनी ने जिले में रबी सीजन के अंतर्गत मक्का उत्पादन करने वाले किसानों का सर्वेक्षण करने पर बल देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत रबी सीजन के मक्का फसल को सम्मिलित करने के लिए यह जरूरी है कि लगातार 3 वर्ष तक एक कलस्टर में निर्धारित रकबा पर रबी सीजन के दौरान मक्का फसल ली गई है, इसका रिकार्ड संधारित किया जाये। इसके साथ ही इथेनॉल प्लांट के लिए तैयार मक्का उपार्जन कार्ययोजना हेतु मक्का उत्पादक किसानों को चिन्हित किया जा सके। उन्होंने मक्का उत्पादक किसानों को एथेनॉल प्लांट में मक्का उपार्जन के बारे में जानकारी देने के लिए कहा। कलेक्टर सोनी ने कहा कि इथेनॉल प्लांट का निर्माण अंतिम चरण में है और शीघ्र ही टेस्टिंग का कार्य प्रारंभ किया जायेगा। टेस्टिंग उपरांत वैधानिक अनुमति के अनुसार मक्का उपार्जन प्लांट परिसर में प्रारंभ किया जायेगा।इस बारे में किसानों को अवगत कराने सहित उन्हें उत्पादित मक्का को सुरक्षित रखने की समझाईश दी जाये ताकि प्लांट प्रारंभ होने पर मक्का उत्पादन करने वाले किसानों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। कलेक्टर सोनी ने वनाधिकार पट्टेधारकों को मरहान एवं टिकरा भूमि में धान के बदले मक्का,उड़द, अरहर, कुल्थी इत्यादि दलहन फसल लेने प्रोत्साहित कर उन्हें बीज-खाद उपलब्ध कराने कहा। जिससे इन वनाधिकार पट्टेधारकों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना से लाभान्वित किया जा सके। कलेक्टर सोनी ने जिले में एक निर्धारित क्षेत्र में वर्षों से जैविक खेती करने वाले किसानों तथा रकबा को चिन्हित कर उक्त इलाके को जैविक उत्पाद क्षेत्र बनाने के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा। उन्होंने पारम्परिक तथा पुराने प्रजाति के धान, दलहन इत्यादि का संरक्षण करने पर बल देते हुए ऐसे प्रजाति के बीज बैंक बनाने के निर्देश दिये। बैठक में गोधन न्याय योजनान्तर्गत वर्मी कम्पोस्ट खाद रूपांतरण, केंचुआ पालन,खरीफ फसल के लिए बीज, खाद की सुलभता,अरहर प्रदर्शन,कुल्थी का रकबा विस्तार इत्यादि की विस्तृत समीक्षा की गयी।