डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा की मौत, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाया गंभीर आरोप

बड़ी खबर

Update: 2022-02-14 16:25 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुर्ग। जिले में स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला में डिलीवरी के बाद मां और बच्चे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि डिलीवरी के दौरान मां और बच्चे दोनों की स्थिति गंभीर थी। डॉक्टरों ने बच्चे को जिला अस्पताल रेफर कर एनआईसीयू में भर्ती कराया था। वहीं मां का उपचार सुपेला अस्पताल चल रहा है। मगर इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।

सुपेला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पीयम सिंह ने बताया कि ओगेश्वरी पति गुलशन पाण्डेय 22 साल शनिवार रात 9.30 बजे लूज मोशन की शिकायत लेकर अस्पताल आई थी। उसे 12-13 बार लूज मोशन हुए थे। इससे उसकी हालत काफी खराब थी। डॉक्टरों ने उसे भर्ती किया और इलाज शुरू किया।
ड्यूटी पर तैनात मेडिकल ऑफीसर डॉ. एसके अग्रवाल ने बताया कि महिला को 8 माह का गर्भ था। रात में किसी तरह उसकी बीमारी को कंट्रोल किया गया, लेकिन रविवार शाम को उसे अचानक लेबर पेन शुरू हो गया। रविवार शाम 7.58 बजे महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया।
कम समय प्रीमैच्योर बेबी का बच्चा होने से उसकी हालत खराब थी। शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. किरण ने बच्चे की जांच की और ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से उसे रविवार रात 9.15 बजे जिला अस्पताल रेफर किया। वहां इलाज के दौरान सोमवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।
इधर अस्पताल में मां ने भी दम तोडा
बच्चे को रेफर करने के बाद मां की भी तबीयत बिगड़ने लगी। वह अचानक बेहोश हो गई। डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन उसकी हालत खराब होती चली गई और उसकी रविवार देर रात ही मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि उसके ब्लड में थक्का जमना शुरू हो गया था, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है।
Tags:    

Similar News

-->