गरियाबंद। पुलिस अधीक्षक जे.आर. ठाकुर की उपस्थिति में वन विभाग के ऑक्शन हॉल में गरियाबंद जिले के सड़क दुघर्टनाओं में कमी लाये जाने हेतु राष्ट्रीय राजकीय मार्ग मे पड़ने वाले पृथक-पृथक ग्रामो से समाज सेवा की भावना रखने वाले व सड़क दुघर्टना होने पर तत्काल सूचना व मदद करने वाले गुड सेमेरिटनों के लिए गरियाबंद जिला अस्पताल के डॉक्टर संजू घृतलहरे, डॉक्टर रूपेंद्र महिलांगे की सहयोग से सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की प्राथमिक उपचार से बचाओ हेतु प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान डॉक्टर के द्वारा घायल व्यक्तियों के बचाव एवं उनके प्राथमिक उपचार जैसे दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के आसपास भीड़ लगाकर खड़ी नहीं होना , शरीर के संवेदनशील भाग जैसे सिर ,आंख, छाती आदि में चोट लगने पर किस प्रकार पट्टी बांधी जाए, घायल व्यक्ति से सहज भाषा में बात करना, घायल व्यक्ति को तत्काल पानी ना पिलाना, किसी नजदीकी उप स्वास्थ्य केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराना, 108 वाहन एवं पुलिस को सहायता हेतु संपर्क करना। दुर्घटना होने के पश्चात पहला 40 मिनट गोल्डन आवर कहलाता है, जिसमें त्वरित उपचार देने पर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की जान बचने की संभावना 70 % बढ़ जाती है इसी समय पर किस प्रकार दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को प्राथमिक उपचार प्रदान किया जाए इस संबंध में विस्तृत रूप से डॉक्टरों ने जानकारी दी।
मिशन जीव रक्षा के तहत गुड सेमेरिटन को पुलिस विभाग की तरफ से फर्स्ट एड बॉक्स प्रदान किए जाएंगे इन फर्स्ट एड बॉक्स का उपयोग घायल व्यक्तियों के उपचार हेतु किस प्रकार किया जाए इसकी विस्तृत जानकारी आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉक्टरों की टीम द्वारा दी गई।
गुड सेमेरिटनों को सड़क दुघर्टना होने पर तत्काल घटना की सूचना देने व अपने स्तर पर घायल व्यक्तियों का सहायता करने हेतु बताया गया साथ ही साथ किसी प्रत्यक्षदर्शी के अलावा कोई व्यक्ति जो किसी दुघर्टना में घायल व्यक्ति अथवा मृतक के बारे मे सूचना देने के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष/पुलिस थाने में फोन काॅल करता है तो उसका पूरा नाम, पता व व्यक्तिगत विवरण देने की आवश्यकता नही तथा गुड सेमेरिटनों को उस मामले में गवाह बनाने के लिए बाध्द नही होगा तथा गुड सेमेरिटनों द्वारा घायल व्यक्तियो का मदद करने व भीड़ इकट्ठा न होने देने तथा चक्का जाम की स्थिति में अपने ग्रामीणों का समझाईस देने व पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करने हेतु बताया गया।
जिले के दुघर्टनाजन्य स्थलो पर तत्काल सहायता हेतु हेल्प लाईन नम्बर जारी किया जावेगा। जिसमें अधिकारियों के साथ-साथ दुघर्टनाजन्य स्थलो के नजदीकी ग्रामो के गुड सेमेरिटन व्यक्तियो का भी नम्बर अंकित किया जावेगा, जिससे घायलों को तत्काल सहायता मिल सके। साथ ही घायल व्यक्तियों का मदद करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।