जगदलपुर। विगत वर्ष जुलाई माह में दरभंगा बिहार से भटक कर एक वृद्धा जगदलपुर पहुंची थी, जिसे बस्तर रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष व कलेक्टर चंदन कुमार के निर्देश पर रेडक्रॉस आस्था निकुंज वृद्धाश्रम में रखा गया था और उनके निर्देश पर वृद्धा के घर का तलाशी जारी था। वृद्धा मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं थी और अपना नाम पता नहीं बता पा रही थी। बस्तर कलेक्टर के निर्देश पर वृद्धा की देखभाल के साथ ही उसके घर की तलाश भी लगातार जारी थी। लगभग सात माह बाद स्वस्थ होने पर वृद्धा ने अपना 17 फरवरी को अपना पता बताया। इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में डाला गया था। हिन्दुस्थान टाइम्स से जुड़े विष्णु कुमार झा ने वीडियो को देखकर बस्तर रेडक्रॉस सोसायटी के उपाध्यक्ष बस्तर अलेक्जेंडर एम चेरियन से संपर्क कर पूरी जानकारी ली।
दरभंगा के समाज सेवियों को जानकारी दी और वृद्धा के घर का पता मिल गया। जिला परिषद घनश्यामपुर बिहार के धीरज, वरुण, दरभंगा रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव मनमोहन सरावगी व अन्य ने वीडियो कॉल से बात भी करवाया, ताकि पहचान सुनिश्चित किया जा सके। सात माह बाद रेडक्रॉस अध्यक्ष चंदन कुमार के निर्देश पर गुमशुदा वृद्धा गीता अब अपने घर दरभंगा जाएगी। वृद्धा गीता अपने घर जाने की बात सुनकर खुश हैं। उल्लेखनीय है की रेडक्रॉस बस्तर निरंतर अपने सामाजिक दायित्वों को निभा रही हैं। स्वास्थ्य विशेष कर कॉरोना में किए गए कार्यों के लिए, बस्तर रेडक्रॉस सोसायटी को एक लाख रुपए का राज्यपाल पुरस्कार व राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। बस्तर रेडक्रॉस गरीबों असहायों के लिए लाइफ लाइन बना हुआ है।