विमानतल पर मंत्री और महामंत्री में सिर फुटौव्वल

Update: 2022-12-26 05:41 GMT

कांग्रेसियों ने नए प्रदेश प्रभारी के स्वागत में बिछाए पलक-पांवड़े

रायपुर (जसेरि)। प्रदेश कांग्रेस की नई प्रभारी कुमारी शैलजा रविवार को रायपुर पहुंची। उनका स्वागत करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू सहित कई मंत्री, विधायक, संगठन पदाधिकारी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता एयरपोर्ट पहुंचे। शाम करीब 8 बजे वे एयरपोर्ट से रवाना हुई तो उनके स्वागत में युवा कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता बाइक रैली से उनके पीछे-पीछे चले। रास्ते में 12 जगहों पर मंच बनाकर प्रकोष्ठ और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने फूलों की बारिश की। कई मंच से शैलजा को बड़ी माला भी पहनाई गई। आज शैलजा राजीव भवन में दो बड़ी बैठक लेंगी। इसमें जिले से लेकर ब्लाक अध्यक्षों से परिचय होगा। इसके अलावा हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा को सफल बनाने का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा।

शैलजा आज लेंगी दो बड़ी बैठकें : नई प्रभारी कुमारी शैलजा आज सुबह 10 बजे से राजीव भवन में दो बड़ी बैठकें लेंगी। इन बैठकों के बाद वे अधिवेशन के लिए चल रही तैयारियों का जायजा भी ले सकती हैं। बताया जा रहा है कि वे सेवाग्राम आश्रम और मेला मैदान जा सकती हैं। पहली बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी के सभी 41 सदस्य, 36 संगठन जिला अध्यक्ष और सभी मोर्चा प्रकोष्ठों के अध्यक्ष शामिल होंगे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य हर जिले में हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा को सफल बनाने की रूपरेखा तय करना है। दूसरी बैठक में प्रदेश के सभी 307 ब्लाक अध्यक्षों शामिल होंगे। शैलजा के अलावा प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भी बैठक में रहेंगे। ब्लाक स्तर पर संगठन की क्या स्थिति है, क्या चुनौतियां हैं इन सब विषयों पर चर्चा होगी।

कांग्रेस भवन में जिस तरह से आए दिन तनातनी की स्थिति निर्मित होती है वैसी ही तनातनी की स्थिति माना विमानतल पर निर्मित हो गई थी, मामला था नए प्रभारी महासचिव कुमारी शैलजा के आगमन के समय स्वागत को लेकर । विमानतल पर मंत्री कवासी लखमा और महामंत्री अमरजीत चावला में तनातनी की स्थिति निर्मित हो गई थी। घटना के समय प्रदेश कांग्र्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम भी मौजूद थे। दरअसल प्रभारी महासचिव के प्रथम नगर आगमन के समय विमानतल पर काफी भीड़ हो जाने की वजह से वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों को भी रोक दिया गया था। उसी दौरान मंत्री कवासी लखमा भी पहुंचे। जिन्हें सुरक्षा अधिकारी लेकर अंदर पहुंचे तो वहां महामंत्री अमरजीत चावला को देखते ही कवासी ने नाराजगी जताते हुए आपे से बाहर होकर जमकर खरीखोटी सुनाई और चेतावनी दी कि सबसे भिड़ लेना मुझसे तो दूर ही रहना। महामंत्री अमरजीत चावला का विवादों से पुराना नाता रहा है पिछले कुछ साल पहले महासमुंद में एक आडियो वायरल हुआ था जिसमें ओबीसी नेताओं के बारे में अपशब्दों का प्रयोग कर थे, वही कांग्रेस भवन में सन्नी अग्रवाल के साथ गाली-गलौच भी उन्होंने किया था। जिससे वरिष्ठ नेताओं को बीचबचाव भी करना पड़ा। कांग्रेस संगठन की काफी किरकिरी हुई थी, चूंकि अमरजीत चावला को लाने वाले मोहन मरकाम ही हैं और वे उनके काफी करीबी हैं इससे कांग्रेस नेताओं में असंतोष फैल रहा है। जिसके चलते यह भी कहा जा रहा है कि यह मोहन मरकाम के इशारे पर हो रहा है। इस तरह के गाली-गलौच बड़े नेताओं ने पहली बार देखने मिली और जिस तरीके से महामंत्री ने कवासी लखमा को फिल्मी अंदाज में डॉयलाग मारा- वह राजनीति में इस तरह की गुंजाइश नहीं रहती है, लेकिन अमरजीत चावला ने वो दुस्साह भी कर दिखाया। ऐसा सभी आम कार्यकर्ताओं का बातचीत के दौरान एक दूसरे को कहते पाया गया जो चर्चा का विषय भी रहा । अब देखना बाकी है कि कवासी लखमा वरिष्ठ आदिवासी नेता इस अपमान का बदला कब और कैसे लेते है। दूसरी ओर एक कांग्रेस नेता ने बताया कि यह वर्चस्व की लड़़ाई भी है मोहन मरकाम और कवासी लखमा दोनों बस्तर क्षेत्र के आदिवासी समुदाय से ताल्लुक और किसी भी हालत में अपना ही सिक्का बस्तर क्षेत्र में चलाना चाहते है। जो समय -समय पर परिलक्षित होती रहती है। नए प्रभारी महासचिव कुमारी शैलजा के आगमन के समय ये सब होना भी इसी बात की ओर इंगित करती है।

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