अंबिकापुर. विधानसभा चुनाव से पहले शराबबंदी पर राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने शराबबंदी को लेकर ऐसी बात बोल दी, जिसके बाद से सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। खाद्य मंत्री ने कहा कि, भाजपा लेटर बनाकर दें कि, हम शराब को हाथ नहीं लगाते और ना शराब पीने का समर्थन करते हैं। जब यह सब कर लें तब जाकर शराबबंदी का विरोध करने के लिए सामने आए। विपक्ष ने राज्य सरकार के घोषणापत्र में शराबबंदी के वादे की याद दिलाकर नेताओं को घेरना शुरू कर दिया है। जिसके बाद खाद्य मंत्री ने इसका जवाब देते हुए कह कि, भाजपाई शराब पीना छोड़ दें, वे एफिडेविट में लिखकर दें या सेल्फ डिक्लेरेशन लेटर दें। अगर ऐसा नहीं कर सकते तो विरोध करना बंद कर दें।
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि, भाजपाईयों की पार्टी में जाकर देखें, मैं नाम नहीं लेना चाहता। लेकिन यह पार्टियां शराब के बिना नहीं होती, साथ ही कहा कि, गुजरात में क्या हो रहा है, बिहार में क्या हो रहा है, वहां शराब बंद है। लेकिन ब्लैक में लोग ले लेते है। भारतीय जनता पार्टी को पहले यह देखना चाहिए कि जहां से उनके प्रधानमंत्री आते हैं, वहां क्या होता है। फिर आगे की बात करेंगे।
घोषणा पत्र में लिखे होने के बावजूद शराब क्यों नहीं बंद की जा रही है। इस मुद्दे को लेकर मंत्री अमरजीत बोले- सामाजिक चेतना की बात है। लोग खुद से पीना छोड़ दें, जिसके बाद शराब बंद करने वाले कमेटी के पास इस बात को भेजा जाएगा।