बिलासपुर। मीटर रीडिंग का काम कराने के बाद ठेकेदार ने एक महीने का वेतन नहीं दिया है। वह परेशान है और भटक रहे। ठेकेदार द्वारा उन्हें केवल भुगतान मिलने का आश्वासन दिया जा रहा है। पर दो महीने गुजर गए। मीटर रीडरों ने बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों से गुहार भी लगाई, लेकिन उन्हें यह कह दिया गया कि वह ठेकेदार के कर्मचारी हैं। यहां से उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। कंपनी द्वारा भुगतान कर दिया गया है। मीटर रीडिंग का काम शार्प एजेंसी को ठेके पर दिया गया है। तीन साल से इसी एजेंसी के माध्यम से मीटर रीडिंग का काम हो रहा है। इसके लिए शहर में 70 कर्मचारी हैं। ठेकेदार का नियमानुसार प्रतिमाह वेतन देना है। यह प्रविधान में भी है।
मीटर रीडरों का कहना है कि मार्च महीने में उन्होंने काम तो किया पर इस महीने का वेतन अब तक नहीं मिल सका है। हर माह एक मीटर रीडिंग का 3.20 रुपये देते हैं। उसके बाद भी प्रत्येक माह 400 से 500 रुपये की कटौती होती है। ठेकेदार को बोलने वाला कोई को भी नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि पीएफ के नाम पर कई रीडरों का दो माह से 500 रुपये अलग से काटा गया है। इसका कोइ हिसाब नहीं है। इसके अतिरिक्त बिलासपुर में एक सुपरवाइजर दिया है, जिसे वेतन के लिए बोलने पर कोई जवाब नहीं दिया जाता।