दंतेवाड़ा। कलेक्टर नंदनवार के निर्देशन व मुख्य कार्यपालन अधिकारी के विशेष मार्गदर्शन में महिला बाल विकास विभाग की ओर से यूनिसेफ के सहयोग से दिनांक 25-मई से 31 मई तक जिले में अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता सप्ताह के रूप में मनाया गया। विदित हो कि प्रतिवर्ष 28 मई को महिलाओं व किशोरी बालिकाओं के बेहतर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। इस बार मासिक धर्म स्वच्छता दिवस की थीम चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो रखी गई है। इसका अर्थ है कि माहवारी पर शर्म व झिझक छोड़कर खुलकर चर्चा। इसी परिप्रेक्ष्य में जिले के सभी परियोजना अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में किशोर बालिकाओं व महिलाओं से सामुदायिक जागरूकता के लिए हाथों में लाल गोले से रंगकर शपथ लिया कि माहवारी पर शर्म व झिझक छोड़कर खुलकर चर्चा करेंगे, जिससे एक स्वस्थ समृद्ध सुपोषित समाज का निर्माण हो सके।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व मितानिनों की ओर से माहवारी स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम में रैली, बैठक, दीवाल के माध्यम से बताया की जागरूकता के अभाव में व्यक्तिगत स्वच्छता को ध्यान में ना रखने के कारण व सेनेटरी पैड की जगह गंदे कपड़ो के उपयोग से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। संक्रमण के इलाज के अभाव व सही परामर्श ना मिलने के कारण तथा शर्म व झिझक के कारण गर्भाशय का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर जैसे गंभीर रूप धारण कर लेता है और महिला व किशोरी बालिकाओं को ऑपरेशन जैसी स्थितियों से गुजरने के साथ-साथ आर्थिक हानि भी उठानी पड़ती है। साथ ही किशोरी बालिकाओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों में व्यक्तिगत स्वच्छता, सेनेटरी पैड का उपयोग, महत्व के साथ बरती जाने वाली सावधानियों के साथ माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, महत्व व स्वस्थ जीवन के लिए जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान माहवारी से संबंधित समाज में फैली भ्रांतियां व कुरीतियों पर जागरूकता के लिए पैड मैन फिल्म भी दिखाई गई। साथ ही माहवारी के दौरान कमर दर्द, सिरदर्द, पेट दर्द जैसे लक्षणों के निवारण के लिए गर्म पानी का उपयोग, संतुलित आहार, शारीरिक आराम जैसे आसान और सहज तरीके भी बताये गये।