रायपुर। छत्तीसगढ़ में जूनियर डॉक्टर 1 अगस्त से हड़ताल पर हैं। पहले दिन जूडा ने ओपीडी में अपनी सेवाएं दी थी लेकिन 2 अगस्त से जूनियर डॉक्टर ने यह सेवाएं भी बंद कर दी थी। वहीं आज 21 अगस्त को MBBS और एमडीएस चिकित्सक आज हड़ताल करेंगे। यह हड़ताल वेतन विसंगति और वेतन वृद्धि समेत अनेक मांगों को लेकर किया जाएगा। इनके हड़तालों से स्वास्थ्य सेवाओं पर भी भारी असर पड़ेगा।
बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले इन डॉक्टर्स के हड़ताल की वजह से मरीजों की समस्या को देखते हुए, जूडा ने टेंट में ही ओपीडी संचालित की। लेकिन आज 3 अगस्त को अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह से ठप नजर आई। जूनियर डॉक्टर्स के काम पर नहीं होने से मरीजों को समय से इलाज नहीं मिल पाया। अस्पताल में लंबी लाइनें लगी रही। जूडा ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया है। जूडा 5 रुपए की चाय 2 रुपए में बेचकर अपना विरोध दर्ज किया है।
इंटर्न डॉक्टर, पीजी डॉक्टर एवं पोस्ट पीजी सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर के स्टाइपंड बढ़ाने की मांग काफी लंबे समय से कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टर्स के मुताबिक छत्तीसगढ़ एकमात्र राज्य है। जहां कुल 4 साल का स्ट्रिक्ट रूरल बांड करवाया जाता है। MBBS के बाद 2 साल और पीजी MD/MS के बाद 2 साल (बांड ब्रेकेज अमाउंट- 50 lac)। रूरल बांड 4 साल तो है ही। साथ ही जो स्टाइपंड मिलता है वो एक टीचर से भी कम है।