छत्तीसगढ़ में गांव, शहर और बाजार हुए गुलजार, मोटरयानों के पंजीयन में 38 प्रतिशत की वृद्धि
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में प्रदेश में परिवहन विभाग द्वारा सुगम यातायात व्यवस्था सहित जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए निरंतर नवाचारी पहल जारी है। गौरतलब है कि समाज के वंचित वर्ग के कल्याण और लोगों के उत्थान के लिए राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में विभिन्न न्याय योजनाओं का कुशलतापूर्वक संचालन किया। इन न्याय योजनाओं के फलस्वरूप राज्य में पांच सालों में दो लाख करोड़ रूपए से अधिक की राशि लोगों के बैंक खातों में सीधे अंतरित की गई। यही वजह है कि आज राज्य के गांव, शहर और बाजार सभी जगह व्यापार-व्यवसाय से गुलजार हो गए हैं और नवरात्र तथा दशहरा-दिवाली के पहले से ही यहां वाहनों के बम्पर खरीदी की शुरूआत हो चुकी है।
इस तारतम्य में वाहनों की खरीद-बिक्री सुविधाजनक होने के फलस्वरूप प्रदेश में लगातार मोटरयानों के पंजीयन की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रदेश में सितम्बर 2022 में 30,597 मोटरयानों का पंजीयन हुआ था, वहीं सितम्बर 2023 में 42,186 मोटरयानों का पंजीयन हो चुका है। इस तरह माह सितम्बर 2022 की तुलना में माह सितम्बर 2023 में मोटरयानों के पंजीयन में लगभग 37.88 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
आयुक्त परिवहन दीपांशु काबरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेशभर में सितम्बर 2022 से सितम्बर 2023 तक रायपुर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय अंतर्गत सबसे ज्यादा 8,645 मोटरयानों का पंजीयन हुआ। इनमें सरगुजा क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय अंतर्गत 2,128, बिलासपुर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय अंतर्गत 3,187, दुर्ग क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय अंतर्गत 3,589, जगदलपुर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय अंतर्गत 1,215 मोटरयानों का पंजीयन हुआ है।
इसी तरह जिला परिवहन कार्यालय अंतर्गत बैकुंठपुर में 1,049, बालोद में 688, बलोदाबाजार-भाटापारा में 1,391, बलरामपुर में 655, बेमेतरा में 574, बीजापुर में 337, दंतेवाड़ा में 424, धमतरी में 1,035, गरियाबंद में 581, गौरेला-पेंड्रा-मारवाही में 366, जांजगीर-चांपा में 2,009, जशपुर में 1017, कांकेर में 1,029, कवर्धा में 913, कांेडागांव में 792, कोरबा में 2,469, महासमुंद में 1,385, मुंगेली में 685, नारायणपुर में 250, राजनांदगांव में 1,912, सुकमा में 267, सूरजपुर में 829 और रायगढ़ में 2,765 मोटरयानों का पंजीयन हुआ है। इन वाहनों में ट्रैक्टर, एम्बुलेंस, बस, ई-रिक्शा, माल वाहक, हारवेस्टर, टैक्सी (कैब), मोटरसाइकिल, भारी वाहन आदि मोटरयान शामिल हैं।