कवर्धा। भोरमदेव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हरमो में गोंडवाना समाज के सतरंगी झंडा के अपमान को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एवं आदिवासी समाज के सामाजिक संगठन गोंडी धर्म संस्कृति संरक्षण समिति छत्तीसगढ़ के आमने-सामने आ जाने से बवाल हो गया है। दोनों संगठनों को आपस में उलझने से रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया गया, जिस पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव किया। इससे कई थाना प्रभारियों का सिर फूटा व आरक्षकों, पुलिसकर्मियों का पैर टूट गया है। वहीं एडिशनल एस पी मनीषा ठाकुर रावटे के हाथ में फ्रैक्चर एवं पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह के भी सिर में चोट आने की जानकारी मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार गोंडी धर्म संस्कृति संरक्षण समिति ने ग्राम हरमो के महल में पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया था।इस कार्यक्रम को लेकर गोंडी धर्म संस्कृति संरक्षण समिति के सदस्यों ने पूजा स्थल की साफ सफाई की। इसी दौरान सतरंगी झंडे को निकालकर सुरक्षित रख दिया गया था। झंडा उतारने से विवाद बढ़ता गया। इस बात को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेता जे लिंगों जो ग्राम हरमो के ही रहने वाले हैं, ने इसका कड़ा प्रतिवाद किया। इसी बात पर गोंगपा ने कवर्धा में 27 फरवरी को दुर्गे भगत एवं संगठन के स्थानीय पदाधिकारी मोहन धुर्वे के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर धरना प्रदर्शन व पुतला दहन किया। जिसके बाद कल फिर गोंगपा द्वारा भोरमदेव थाना क्षेत्र के राजा नवागांव में विरोध प्रदर्शन किया। इस बात को लेकर गोंडी धर्म संस्कृति संरक्षण समिति के लोगों ने हरमो में ग्रामवासियों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता ग्राम हरमो पहुंच गए। बीच-बचाव में पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसी बीच जिला पुलिस के एस पी एडिशनल एसपी आला अधिकारियों के अलावा निरीक्षक एवं आरक्षक पथराव में घायल हो गए। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस बल पर जमकर पथराव किया। पथराव से एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर के हाथ में फैक्चर आया है। एसपी लाल उमेद सिंह के सिर में चोट आई है। काफी संख्या में निरीक्षकों एवं आरक्षकों को भी चोंटे पहुंची हैं।