महासमुंद कलेक्टर डोमन सिंह ने महासमुंद, पिथौरा, बसना और सरायपाली ब्लाक के गौठान और धान खरीदी का किया निरीक्षण
कलेक्टर डोमन सिंह महासमुंद सहित पिथौरा,बसना और सरायपाली के दौरा किया। कलेक्टर गुरूवार को महासमुन्द से बिरकोनी पहुंचे वहां उन्होंने सामुदायिक दुकानों का अवलोकन किया और समूह की महिलाओं से बातचीत की। इसके बाद वे गोपालपुर, बांसकुढ़ा, बगारपाली, सिरपुर और गनेकेरा जाकर गौठान का निरीक्षण किया। वहां भी उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की।
कलेक्टर डोमन सिंह ने इस दौरान गौठानों में मवेशियों के चारा की पर्याप्त उपलब्धता के लिए पशुपालक कृषकों से पैरादान करने की अपील भी की। कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्र घांेच और बगारपाली, छिबर्रा, सेमलिया आदि का भी निरीक्षण किया। उन्होंने अब तक की गई धान खरीदी, किसानो को किए गए भुगतान भी जानकारी ली। उपस्थित किसान से बातचीत कर भुगतान के बारे पूछा। रकबा समर्पण की भी जानकारी ली। इसके साथ ही बारदाना की स्थिति के बारे में पूछा। बे मौसम बारिश से धान बचाव के लिए तिरपाल आदि के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने अंतर्राज्यीय जाॅच चैकी पालीडीह, सिरपुर भी पहुंचे। उन्होंने जाॅच चैकी पर ड्यूटी पर उपस्थित लोगों से चैकस रहने की बात कही ताकि कोचिया और बिचैलिया दूसरे राज्यों से धान लाकर यहां न खपा सकें। कलेक्टर ने ब्लाॅक बसना, सरायपाली और पिथौरा के अगले सत्र से शुरू होने वाले सरकारी इंग्लिश मीडियम हेतु चयनित स्कूल स्थल का भी अवलोकन किया और जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी चयनित इंग्लिश मीडियम स्कूलों की जरूरी मरम्मत और एक ही तरह की रंगाई-पोताई करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूलों के कमरें साईज आदि का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाए। शौचालय और पेय जल पर खास ध्यान दिया जाए।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण पिथौरा, सरायपाली के एसडीएम श्री राकेश कुमार गोलछा, श्री एस.आर.सिन्हा, उप संचालक कृषि, एस.आर डोंगरे,सहायक संचालक उधानिकी, उप संचालक पशुपालन, सहायक संचालक स्कूल शिक्षा श्री हिमांशु भारती सहित अन्य अधिकारी साथ थे।
उन्होंने समूह की महिलाओं से बातचीत करते हुए कहा कि ग्रामीण बहुल अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में गोधन न्याय योजना महत्वपूर्ण साबित हो रही है। यही वजह है कि सभी वर्ग के लोग इस योजना के प्रति विशेष रूचि दिखा रहे हैं और वे इससे जुड़कर तेजी से आय अर्जित करने लगे हैं। कलेक्टर ने गोठानों को सक्रिय कर शीघ्रता से स्वावलंबी बनाने के लिए विशेष जोर दिया। उन्होंने उप संचालक कृषि को सम्बंधित विभाग द्वारा की गई माँग अनुसार उठाव कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने गौठानों में गोबर की आवक और मवेशियों की संख्या के अनुपात में पर्याप्त मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट टांके के निर्माण के लिए भी विशेष जोर दिया। गोधन न्याय योजना को ग्रामीणों के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि ग्रामीणों को योजना की शुरूआत से ही काफी लाभ मिल रहा है। किए गए अवलोकन गौठान में समूह द्वारा बनाई गयी सामग्रियों की जानकारी ली। उसके बाद समूह द्वारा बनायी जाने वाले वर्मी कम्पोस्ट (जैविक खाद) की प्रक्रिया के बारे मंे जानकारी ली। कलेक्टर ने वर्मी खाद जल्द से खरीदने और भुगतान करने के निर्देश दिये।