सीएम हाउस में विधायक दल की बैठक शुरू, पीएल पुनिया भी मौजूद

Update: 2021-07-25 15:12 GMT
फाइल फोटो 

रायपुर। मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है। सोमवार से शुरू होने जा रहे विधानसभा के मानसून सत्र के संबंध में रणनीति तय की जाएगी। साथ ही रविवार देर शाम विधायक दल की बैठक के पहले सामने आए आदिवासी विधायक बृहस्पत सिंह सनसनीखेज बयान के बाद विधायक दल की बैठक में ये गंभीर मामला जरूर उठना तय है। विधानसभा सत्र के विषय से पहले आदिवासी विधायक बृहस्पत सिंह और टीएस सिंहदेव से जुड़ा मुद्दा जरूर उठेगा। विधायक बृहस्पत सिंह के निवास में 20 से अधिक विधायक जुटे थे। सभी सीधे विधायक दल की बैठक में शामिल होने मुख्यमंत्री निवास पहुंचे हैं। आदिवासी विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा था कि वे अपनी बात विधायक दल की बैठक में रखेंगे। विधायक दल की बैठक में जाने के पूर्व मीडिया से चर्चा के दौरान विधायक बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाया था। इस बात पर विधायक दल की बैठक में जरूर चर्चा होगी। साथ ही विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष के हमलों को जवाब देने और तैयारियों के संबंध में अंतिम रणनीति बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री निवास में छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया और प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव और सप्तगिरि शंकर उल्का भी मौजूद हैं।

कांग्रेस के आदिवासी विधायक बृहस्पत सिंह ने बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस के आदिवासी विधायक बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव पर बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव मेरी हत्या कराना चाहते हैं। पार्टी आलाकमान TS सिंहदेव को मंत्री पद से हटाया जाए। कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा कि मैं भूपेश और सिंहदेव का समर्थक नहीं हूं। मैं कांग्रेस पार्टी का समर्थक हूं। कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा कि वे विधायक दल की बैठक में इस घटना को रखूंगा। बृहस्पति सिंह ने कहा कि मेरे जैसे कुछ विधायकों की कभी भी हत्या हो सकती है. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि टीएस सिंहदेव को तत्काल मंत्रिमंडल से हटाया जाए. बृहस्पति सिंह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी को भी इस बाबत पत्र लिखा है. कांग्रेस के आदिवासी विधायकों को टीएस बाबा ने हमेशा अपना विरोधी माना है. सूत्रों से जानकारी आ रही है, आदिवासी विधायक पर हमला करने वाले को पकड़ने में भी पुलिस आना-कानी करती रही. 

AICC के 3 बड़े पदाधिकारी के छत्तीसगढ़ दौरे पर होने के बावजूद आदिवासी विधायक द्वारा अपनी पीड़ा को उनके समक्ष ना बताकर प्रेस वार्ता में जान से मारने का खुलासा किया और मंत्री टीएस सिंहदेव पर जान से मारने का आरोप लगाया। इससे ये प्रतीत होता है, कि आदिवासी विधायक को कितनी पीड़ा हुई तथा जो उनको जानकारी मिली जान से मारने की बिना किसी के दबाव में आए वे अपनी वेदना और दिल की भड़ास प्रदेश प्रभारी के टीम के सामने ना कर प्रेस वार्ता में खुलासा कर डाला, जबकि आज शाम विधायक दल की बैठक होने वाली थी. तथा सभी बड़े पदाधिकारी और विधायक उपस्थित होने वाले थे.    

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