कोण्डागांव : माकड़ी में मितानिनों की स्वास्थ्य परिचर्चा सम्पन्न

Update: 2023-02-17 10:52 GMT

कोंडागांव। जिले के माकड़ी ब्लॉक को नीति आयोग द्वारा आकांक्षी ब्लॉक के रूप में चयनित किया गया है। अब इस ब्लॉक को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, अधोसंरचना विकास सहित विकास के सभी घटकों में आगे बढ़ाना है। इस दिशा में मितानिनों को स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा कर सभी लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही कुपोषण मुक्त एवं एनीमिया मुक्त ब्लॉक बनाने के लिए व्यापक योगदान देना होगा। यह बात कलेक्टर दीपक सोनी ने माकड़ी ब्लॉक मुख्यालय में आयोजित मितानिनों की ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य परिचर्चा को सम्बोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि अन्दरूनी ईलाकों के हर जरूरतमन्द व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए ब्लॉक स्तर पर कॉल सेंटर स्थापित कर क्विक रिस्पांस टीम के माध्यम से तत्काल उपचार सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा। इसके साथ ही ग्राम पंचायतों के कलस्टर में टेली कन्सलटेंसी के माध्यम से मरीजों को ईलाज के लिए परामर्श सुविधायें उपलब्ध करायी जायेगी। इस ओर मितानिनों को व्यापक जनजागरूकता निर्मित कर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं से लाभान्वित होने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।

कुपोषण मुक्ति एवं एनीमिया मुक्ति के लिए व्यापक जनजागरूकता जरूरी

कलेक्टर दीपक सोनी ने आकांक्षी ब्लॉक माकड़ी को कुपोषण मुक्त एवं एनीमिया मुक्त बनाने के मितानिनों से सक्रिय योगदान निभाने की अपील करते हुए कहा कि इस दिशा में व्यापक जनजागरूकता आवश्यक है। लोगों को कुपोषण के प्रभाव के बारे में अवगत कराने सहित इसे दूर करने के लिए स्थानीय हरी साग-सब्जी का उपयोग,मुनगा की सब्जी एवं भाजी का सेवन करने हेतु प्रेरित किया जाये। वहीं पौष्टिकता से भरपूर कोदो-कुटकी एवं रागी का हलवा, रोटी, चिक्की इत्यादि का उपयोग करने प्रोत्साहित किया जाये। कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कर समुचित उपचार कराये जाने की समझाईश दी जाये। कलेक्टर सोनी ने एनीमिया मुक्ति की दिशा में गर्भवती माताओं, महिलाओं तथा किशोरी बालिकाओं की जांच कर उन्हें आयरन फोलिक एसिड की दवाई का सेवन करने, हरी सब्जियों और मुनगा की सब्जी एवं भाजी का आहार में उपयोग करने के साथ ही सेहत का ध्यान रखे जाने की समझाईश देने कहा। उन्होंने कहा कि मितानिन अपने कार्यानुभव से स्वास्थ्य सम्बन्धी छोटी-छोटी दिक्कतों के उपचार हेतु सदैव तत्पर रहते हैं तो अन्दरूनी ईलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिए भरसक प्रयास करें। जिससे अंतिम छोर के जरूरतमन्द उपचार सहायता उपलब्ध हो सके। कार्यशाला में मितानिनों के दवा पेटी में नियमित अंतराल पर आवश्यक दवाई की उपलब्धता, मितानिनों के मानदेय भुगतान इत्यादि की जानकारी ली गयी और इस दिशा में तत्परता के साथ पहल किये जाने कहा गया। इस मौके पर मितानिनों ने भी अपने सुझाव दिये। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत प्रेम प्रकाश शर्मा, सीईओ जनपद पंचायत अनिकेत साहू सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में मितानिन मौजूद रहे।

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