जानिए रायपुर के नए एसपी के बारे: नवोदय विद्यालय से की पढ़ाई, परिवार में इकलौते जो करते थे नौकरी

Update: 2021-09-06 11:10 GMT

IPS प्रशांत अग्रवाल रायपुर के नए SSP होंगे। रविवार की रात जारी हुए आदेश के बाद अब तक ये जिम्मा संभाल रहे रायपुर के पुलिस कप्तान अजय यादव को पुलिस हेड क्वार्टर्स में नई जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। रायपुर के नए SSP प्रशांत अग्रवाल का अब तक का सफर बेहद दिलचस्प रहा है। सूरजपुर के भैयाथान के रहने वाले प्रशांत अग्रवाल बताते हैं कि गांव में प्रायमरी स्कूल की पढ़ाई के दौरान, भैयाथान इलाके में कोई खास सुविधाएं नहीं हुआ करती थीं। UPSC की बहुत सी किताबें तो आज भी उस इलाके में नहीं मिलतीं। लोगों की मदद करने और पिछड़े इलाकों में सरकार के जरिए सुविधाएं पहुंचाने की जिद की वजह से प्रशांत ने UPSC क्रैक किया और आईपीएस अफसर बने। उनके सामने मल्टीनेशनल कंपनी में इंजीनियर बनने का मौका था, लेकिन लोगों की सेवा के लिए उन्होंने आईपीएस अधिकारी ही बनना तय किया।

भैयाथान की प्राइमरी स्कूल में पढ़ने के दौरान टीचर ने प्रशांत अग्रवाल को नवोदय विद्यालय के बारे में बताया था। प्रशांत ने सुन रखा था कि नवोदय विद्यालय में पढ़ाई की बेहतर सुविधाएं हैं। एक पिछड़े इलाके का स्टूडेंट होने की वजह से हमेशा उनके मन में कुछ बेहतर करने की कसक रही। यही वजह थी कि उन्होंने नवोदय विद्यालय के लिए एग्जाम दिया और उसमें पास भी हुए। पढ़ाई के दौरान गणित में बेहद दिलचस्पी थी, इसीलिए आगे इंजीनियरिंग की तैयारी की। भारत के श्रेष्ठ इंजीनियरिंग संस्थान IIT खड़गपुर सिलेक्शन हुआ। इस संस्थान से इंजीनियरिंग करना स्टूडेंट्स का सपना होता है। ग्रेजुएशन के दौरान अच्छे परफॉर्मेंस की वजह से प्रशांत के पास मल्टीनेशनल कंपनियों में जॉब के कई ऑफर थे। मगर इसी दौरान प्रशांत अग्रवाल ने तय कर लिया था कि अफसर बन कर लोगों की जिंदगी में कुछ बदलाव करने को ही अपना करियर बनाना है। इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर के दौरान ही UPSC की तैयारी करने लगे। पहले अटेम्प्ट में कामयाबी नहीं मिली मगर इससे निराश नहीं हुए। प्रशांत अग्रवाल कहते हैं कि UPSC की पढ़ाई धैर्य मांगती है। इसी धैर्य की वजह से दूसरे अटेम्प्ट में इंडियन पुलिस सर्विस के लिए प्रशांत चुन लिए गए। 2008 के आईपीएस प्रशांत अग्रवाल को छत्तीसगढ़ कैडर मिला। नक्सली इलाकों से लेकर, बिलासपुर, दुर्ग जैसे प्रदेश के बड़े शहरों में एसपी की जिम्मेदारी निभा चुके प्रशांत अब राजधानी रायपुर एसपी के तौर पर अपने कैरियर की अहम पारी शुरू करने जा रहे हैं।

UPSC की तैयारी के दौरान ग्रेजुएशन के बाद IIT खड़कपुर कैंपस को अलविदा कहकर प्रशांत कुछ वक्त दिल्ली में भी रहे। यहां कुछ अपने साथियों के साथ ग्रुप स्टडीज की। खुद अपने नोट्स तैयार किए। हर दिन UPSC क्रैक करने के सपने को जिया। प्रशांत बताते हैं कि पढ़ाई के दौरान एक चीज उन्होंने सीखी- बहुत सारे आइडियाज और बहुत सारी गाइडेंस के बीच अपने हिसाब से कंटेंट को चुनकर तैयारी करने में कामयाबी मिलती है, और यही बात जिंदगी के हालातों पर भी लागू होती है। प्रशांत अग्रवाल का परिवार सूरजपुर के भैयाथान इलाके में रहता है। यह अपने परिवार में इकलौते ऐसे शख्स हैं जो नौकरी करते हैं। परिवार के सभी लोग व्यवसायों से जुड़े हुए हैं। सूरजपुर में एक कपड़े की दुकान और एक मेडिकल स्टोर भी है जिसे परिवार के अन्य लोग संभालते हैं । प्रशांत को हर मौके पर परिवार का पूरा सपोर्ट मिला। यही वजह रही कि वह अपने लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब हुए।

प्रशांत अग्रवाल इससे पहले बीजापुर में भी बतौर एसपी अपनी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। बीजापुर जैसे नक्सलियों के कोर इलाके में ड्यूटी के दौरान कई ऐसे मौके आए जब नक्सलियों के खिलाफ प्रशांत अग्रवाल और उनकी पुलिस टीम ने बड़े ऑपरेशन प्लान किए और कामयाब भी हुए। बिलासपुर में एसपी रहते हुए प्रशांत अग्रवाल ने कोविड-19 जागरूकता, रक्षाबंधन, हेलमेट जागरूकता, साइबर फ्रॉड की प्रति जागरूकता जैसे कई सोशल प्रोग्राम्स के जरिए लोगों के दिलों में जगह बनाई।

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