भिलाई। मानवता की भलाई के लिए देहदान की अनुकरणीय मिसाल कायम करने वालों में भिलाई के सोनबोईर दंपत्ति का नाम भी दर्ज हो गया है। शिक्षक नगर कोहका निवासी सेवानिवृत प्रधान पाठक महंत साहेब हेमलाल दास सोनबोईर और उनकी पत्नी जानकी बाई के निवास में प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी की काउंसलिंग के माध्यम से जारी देहदान की वसीयत जारी की गई। सोनबोईर गुरुजी ने जीवनभर भिलाई के अनेक स्कूलों में शिक्षक के रूप में हजारों विद्यार्थियों में ज्ञान का अलख जगाने के बाद सपत्निक श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज भिलाई के नाम देहदान की वसीयत जारी की। मानवता की भलाई के लिए मरणोपरांत अपना मृत शरीर अध्ययन हेतु दान करने का संकल्प संकल्प लेने के पुनीत कार्य में देहदानी सोनबोईर संपत्ति के ज्येष्ठ पुत्र भूपेश सोनबोईर,पुत्रवधु कुलेश्वरी सोनबोईर एवं छोटे पुत्र देवेश सोनबोईर ने भी काउंसलिंग में शामिल होकर कितना भावनात्मक सहयोग प्रदान किया। कबीर पंथ से जुड़े सोनबोईर परिवार के मानवता से जुड़े ऐसे अनुकरणीय योगदान के दौरान प्रनाम के पवन केसवानी के अलावा प्रनाम के स्वयंसेवक राजेश वरंदानी, संजीत सोनी एवं राकेश साहू की भी विशेष सहभागिता रही। संस्था प्रनाम के द्वारा अप्रैल 2008 से देहदान व नेत्रदान के लिए लगातार अभिनव पहल की जा रही है।