जिन्दल स्टील छत्तीसगढ़ में रेल पहिये की फैक्टरी लगाएगा, यात्री डिब्बों और मालगाड़ियों के लिए पहियों का करेगी निर्माण
रेल पहिया फैक्टरी की शुरुआती उत्पादन क्षमता प्रतिवर्ष 25 हजार व्हीलसेट होगी
नई दिल्ली: भारत की पहली और निजी क्षेत्र की एकमात्र रेल निर्माता कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर ने रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर उत्पादन क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाई है। कंपनी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित अपने स्टील प्लांट में देश की पहली रेल पहिया उत्पादन कारखाना लगाएगी। राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक इस महत्वाकांक्षी योजना को अंजाम देने के लिए कंपनी ने जीआईएफएलओ-हंगरी के साथ एक समझौता किया है।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जीआईएफएलओ-हंगरी और जिन्दल स्टील के बीच यह तकनीकी करार नई दिल्ली में आज हंगरी दूतावास एवं फिक्की के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित "भारत-हंगरी बिजनेस फोरम" में हुआ, जिसके अनुसार प्लांट की शुरुआती उत्पादन क्षमता 25 हजार सेट पहिया प्रतिवर्ष होगी।
गौरतलब है कि जिन्दल स्टील भारतीय रेल के लिए विभिन्न श्रेणियों की पटरियां तैयार कर आपूर्ति कर रही है। कंपनी देश की विभिन्न मेट्रो परियोजनाओं के लिए हेड हार्डेंड रेल भी तैयार कर रही है। रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास योजनाओं को आगे बढ़ाते हुए जिन्दल स्टील एसिमेट्रिक रेलों के लिए रेल फोर्जिंग यूनिट भी स्थापित कर रही है, जिसका इस्तेमाल रेल ट्रैक्स स्वीचेज, खासकर तेज रफ्तार ट्रेनों के संचालन में किया जाएगा।
इस संबंध में जिन्दल स्टील एंड पावर के प्रबंध निदेशक वी.आर. शर्मा ने कहा कि उनकी कंपनी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किये गए आत्मनिर्भर भारत अभियान में बढ़-चढ़कर सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। रेल पहिया प्लांट से भारतीय रेल के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी और विश्वस्तरीय गुणवत्ता वाले पहियों की उपलब्धता से हम भारत सरकार के दूरदर्शी "गतिशक्ति अभियान" को साकार करने में एक महत्वपूर्ण साझेदार साबित होंगे।
शर्मा ने कहा कि अपनी क्षमताओं पर विश्वास और रेल परिवहन की आवश्यकताओं को समझते हुए जेएसपी अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता एवं सुरक्षा मानकों के अनुरूप रेल पटरियों की विभिन्न श्रेणियों की मांग पूरी करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। रायगढ़ की रेल मिल से भारतीय रेलवे और विभिन्न मेट्रो रेल परियोजनाओं को विशेष ग्रेड के रेल की आपूर्ति की जा रही है।
जिन्दल स्टील एंड पावर 1080 एचएच एवं 1175 एचटी हेड हार्डेंड रेल ग्रेड की एकमात्र भारतीय निर्माता है। ये पटरियां 25 टन से अधिक भार वहन की क्षमता रखती हैं और तेज रफ्तार दौड़ने वाली गाड़ियों के लिए उपयुक्त हैं। जेएसपी 60ई1, जेडयू1-60 और 60ई1ए1 मानदंडों के अनुरूप आर260 और 880 ग्रेड की पटरियों का भी निर्माण करता है और आर350 एचटी ग्रेड पटरियों का निर्यातक है।
जिन्दल स्टील एंड पावर : स्टील, बिजली, माइनिंग एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान कर रहा जिन्दल स्टील एंड पावर देश का अग्रणी उद्योग समूह है। भारत समेत विश्व के अनेक देशों में 12 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेशकर जेएसपी आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान करने के लिए तत्पर है और निरंतर अपनी क्षमताओं को बढ़ा रहा है।
मुख्य बिंदु:
● जिन्दल स्टील अपने रायगढ़ स्टील प्लांट में रेल पहिये का कारखाना लगाएगा, प्लांट में भारतीय रेलवे के लिए पटरियां तैयार की जा रही हैं
● रेल पहिया फैक्टरी की शुरुआती उत्पादन क्षमता प्रतिवर्ष 25 हजार व्हीलसेट होगी
● जिन्दल स्टील एसिमेट्रिक रेलों के लिए रेल फोर्जिंग यूनिट की स्थापना भी करेगी, इन रेलों का उपयोग तेज रफ्तार दौड़ने वाली ट्रेनों के लिए होगा