छत्तीसगढ़ में पहली बार जबड़े का प्रत्यारोपण, बुजुर्ग को मिला नया जीवन

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Update: 2022-08-08 12:25 GMT
छत्तीसगढ़ में पहली बार जबड़े का प्रत्यारोपण, बुजुर्ग को मिला नया जीवन
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बिलासपुर। प्रदेश में पहली बार टीएमजे पद्धति से जबड़े का प्रत्यारोपण किया गया. सिम्स के डेंटल डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने मरीज के जबड़े का सफल ऑपरेशन किया है, जिससे उसे न सिर्फ नया जीवन मिला है, बल्कि उसकी महीनों से खाने-पीने से जुड़ी परेशानी भी दूर हुई है।

सिम्स के दंत रोग विभाग के डॉक्टर संदीप प्रकाश और डॉ. भूपेंद्र कश्यप ने बताया कि साजा पाली के अकलतरा का रहने वाला 53 साल के शत्रुहन की सड़क दुर्घटना में जबड़ा टूट गया था। यह पूरी तरह मुंह के अंदर चला गया था, जिससे ही उसे खाने में परेशानी होने लगी। इसे मार्च 2022 में तार बांधकर जोड़ा गया था, लेकिन वह मरीज की लापरवाही के बाद फिर से टूट गया। जिसे ही अब टीएमजे जोड़ से प्रत्यारोपण किया गया है।

टीएमजे आंक्योलिसिस से ग्रसित मरीजों का पुरानी पद्धति से इलाज चलता रहा है, लेकिन उन्हें खाने पीने में परेशानी की बात सामने आती रही है। जिसके बाद ही इस प्रक्रिया को अपनाया गया है। यह सफल रहा है। इस सफल ऑपरेशन में डॉ. संदीप प्रकाश, डॉ. भूपेंद्र कश्यप, डॉ. हेमलता राजमणि और अन्य डॉक्टरों ने अहम भूमिका निभाई है।


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