दिल्ली। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इजरायल के वित्त मंत्री की ओर से 'कब्जे वाले पश्चिमी तट' पर की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। बेजेलेल स्मोत्रिच ने 'कब्जे वाले पश्चिमी तट' पर यहूदी राष्ट्र की संप्रभुता थोपने की बात कही थी। फिलिस्तीनी प्रेसिडेंसी के प्रवक्ता नबील अबू रुदैनेह ने सोमवार को कहा कि स्मोत्रिच की टिप्पणी से यह पुष्टि होती है कि इजरायल सरकार 2025 तक पश्चिमी तट पर नियंत्रण करने की अपनी योजना को अंतिम रूप देने का इरादा रखती है। उनका बयान बताता है कि यहूदी राष्ट्र गाजा, पश्चिमी तट और यरुशलम में अपने 'अपराधों' से संतुष्ट नहीं है।
रुदैनेह ने कहा कि फिलिस्तीनी प्रेसिडेंसी इन 'खतरनाक नीतियों' के परिणामों के लिए इजरायली प्रशासन को पूरी तरह से जिम्मेदार मानता है, जो इस क्षेत्र को 'विस्फोट' की ओर धकेल रहे हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय और प्रवासी मंत्रालय ने एक बयान में इजरायली वित्त मंत्री की टिप्पणी को अंतरराष्ट्रीय विफलता का प्रत्यक्ष परिणाम बताया।
बयान में कहा गया कि हत्याओं को रोकने का आह्वान करने वाले लोग इजरायल को उसके 'अपराधों और उल्लंघनों' को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इजरायली मीडिया के अनुसार, स्मोत्रिच ने सोमवार को कहा कि अगले अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव ने वेस्ट बैंक पर इजरायल की संप्रभुता का विस्तार करने का अवसर पैदा किया है। वेस्ट बैंक, दो फिलिस्तीनी क्षेत्रों (दूसरा गाजा पट्टी है) में से एक है। यह क्षेत्र इजरायली कब्जे में है। फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर इजरायल का कब्जा 1967 से जारी है और आधुनिक इतिहास में सबसे लंबा सैन्य कब्जा माना जाता है, इसे अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अवैध माना जाता है।