बिलासपुर। प्रदेश की विवाहित महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और स्वालम्बन के मकसद से शुरू की गई महतारी वंदन योजना की पहली क़िस्त इसी महीने के 10 तारीख को 70 लाख से ज्यादा हितग्राहियों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से अंतरित की गई थी। सरकार का दावा था कि पहली क़िस्त में सरकार की तरफ से भेजी गई कुल राशि 655 करोड़ रूपये से ज्यादा थी। सरकार का यह भी दावा किया हैं कि आने वाले दिनों में भी पात्र महिलाओं को निर्बाध रूप से खातों में राशि प्राप्त होती रहेगी।
बहरहाल इन पूरी योजना को लेकर एक बड़ी लापरवाही भी सामने आई हैं। बिलासपुर जिले में एक मृत महिला के नाम पर एक हजार रुपए की राशि जारी कर दी गई हैं। सीईओ ने अब इस प्रकरण के जाँच के आदेश दे दिए हैं। जिसके नाम पर यह राशि जारी हुई हैं उसकी मृत्यु दो साल पहले ही हो चुकी हैं। हैरान कर देने वाला पूरा मामला बिलासपुर के कोटा क्षेत्र के चपोरा गाँव का हैं।
दरअसल मृतका चित्रा कोसले के पति सुरेंद्र कुमार कोसले के नाम से आवेदन क्रमांक एमवीवाय 001691481 महतारी वंदन योजना का लाभ पाने के उद्देश्य से आवेदन में फोटो, दस्तावेज़ के साथ फर्जी हस्ताक्षर किया गया था। इसकी जांच की जिम्मेदारी ग्राम सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सुपरवाइजर ने की थी। आवेदन की जांच में लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि, आवेदन सत्यापित हो गया और मृतक के खाता क्रमांक xxxxx20920 में महतारी बंधन योजना की 1 हज़ार रू राशि जाने लगी।