करोड़ों की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भांडाफोड़, चार सदस्य गिरफ्तार
रायपुर से बड़ी खबर
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रायपुर। राजधानी में करोड़ों की ठगी मामले में पुलिस ने आज चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी नोहर सिंह सोनवानी थाना उपस्थित आकर एक लिखित शिकायत पेश किया कि ग्राम खुर्सीटिकुल, थाना डोंगरगाव, जिला राजनांदगांव के निवासी कोमल महानदिया एवं उनके पुत्र प्रकाश महानदिया ने उनसे राजभवन के पास गढ़ कलेवा रायपुर में शासकीय विभाग में भृत्य के पद में नौकरी लगाने के नाम पर 03 लाख रू. नगद रकम ले लिया एवं राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन विभाग में भृत्य के पद में नियुक्ति के सम्बन्ध में फर्जी नियुक्ति आदेश प्रदाय किया। आदेश की फर्जी होने के सम्बन्ध में जानकारी होने पर वे दोनों फरार हो गये की रिपोर्ट पर थाना सिविल लाईन रायपुर में अपराध क्रमांक 71/2022 धारा 420, 467,468,471,34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना दौरान प्रार्थी एवं गवाह के कथन पर आरोपीगणों द्वारा पूरे राज्य में घूम घूम कर शासकीय नौकरी लगाने के नाम पर रकम लेकर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर रकम धोखाधड़ी करने के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त होने पर प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए श्रीमान् वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशान्त अग्रवाल के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री तारकेश्वर पटेल तथा नगर पुलिस अधीक्षक श्री वीरेन्द्र चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिविल लाईन श्री सत्यप्रकाश तिवारी एवं टीम द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए आरोपी कोमल महानदिया एवं उनके पुत्र प्रकाश महानदिया को मरीन ड्राईव तेलीबान्धा से तलबकर थाना लाया गया। पूछताछ करने पर जूर्म स्वीकार करते हुए अपराध में अपने सहयोगी सुरम पल्ली सांई श्रीनिवास और अमन बंजारे को संलिप्त होना बताया।
आरोपी के बताये अनुसार सुरम पल्ली सांई श्रीनिवास के घर में दबिश देकर सुरम पल्ली सांई श्रीनिवास को तलबकर थाना लाया गया। प्रकरण के सम्बन्ध में पूछताछ करने से श्रीनिवास द्वारा अमन बंजारे एवं उमेश कुमार दिव्य के द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर कई लोगों से पैसा ऐंठने की बात स्वीकार की। श्रीनिवास के निशानदेही पर फर्जी नियुक्ति आदेश तैयार करने वाले उमेश कुमार दिव्य जो शुक्रवारी बाजार बीरगांव जहां वह छत्तीसगढ़ कम्प्यूटर्स नाम से च्वाईस सेन्टर चलाता था दबिश देकर गिरफ््तार किया तथा फर्जी नियुक्ति आदेश तैयार किये जाने वाले कम्प्यूटर सिस्टम को जप्त किया गया है। उपरोक्त आरोपी कोमल महानदिया से प्रार्थी से लिये 03 लाख रू. में से 50 हजार रू. एवं धोखाधड़ी करने के लिए प्राप्त स्विफ्ट डिज़ायर को जप्त किया गया।
सुरम पल्ली सांई श्रीनिवास से 01 लाख 40 हजार रू. एवं फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र तैयार करने वाले उमेश कुमार दिव्य से 10 हजार रू. व कम्प्यूटर सिस्टम जप्त कर उपरोक्त आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में आरोपियों द्वारा राज्य के अलग अलग स्थानों के 21 लड़कों से लगभग 75 लाख रू. लिया जाना प्रथम दृष्टया ज्ञात हुआ है। प्रकरण में आरोपी कोमल महानदिया उसके पुत्र प्रकाश महानदिया तथा सुरमपल्ली सांई श्रीनिवास एवं उमेश कुमार दिव्य को गिरफ्तार किया जाकर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जा रहा है। प्रकरण के अन्य आरोपी अमन बंजारे फरार हैं विवेचना जारी है।