अंवरी। कुरुद विकास खंड के ग्राम पंचायत अंवरी के गोठान को सात गांवों ग्राम अंवरी, दरबा , कोडापार, चटौद, बिरेझर, मुल्ले, गातापार, मरौद, भैसबोड़, मड़ेली, जीजामगांव का कलस्टर बनाया गया है। कृषि कल्याण परिषद की सदस्य शशि सिंह गौर ने चौपाल में कहा कि चार माह के कृषि कार्य के बाद किसान काम के लिए इधर-उधर जाते हैं।
कई लोग शहर जाते हैं तो कई लोग और कुछ काम की तलाश में भटकते रहते हैं। इस समस्या को देखते हुए भूपेश बघेल सरकार किसान भाइयों के लिए एवं सहायता समूह की महिलाओं के लिए लघु कुटीर उद्योग चलाने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है।
सभी लाभ उठाएं और काम की तलाश में इधर-उधर न भटके।इस अवसर पर सत्यनारायण शर्मा, एमआर डहरे कृषि विस्तार अधिकारी, डिंपल वर्मा उद्यानिकी विभाग अधिकारी, ग्रामीण विस्तार अधिकारी जितेंद्र सोनकर, अभिषेक श्रोती, दीप रानी कश्यप, नेहा भास्कर, अनीता सोनी, भूपेंद्र देवांगन, अंवरी सरपंच पुनेश्वर साहू, गोठान समिति अध्यक्ष परस निर्मलकर, दिलीप बंजारे, अश्वनी गायकवाड, पवन यादव, दिलीप चंदेल, भुनेश्वर साहू और बड़ी संख्या में सहायता समूह की महिलाएं एवं ग्रामीण उपस्थित थे।