पशु प्रदर्शनी सह मेला में ग्रामीणों को दी गई पशुपालन की उन्नत तकनीक की जानकारी
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राजनांदगांव। कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में विकासखंड छुरिया के ग्राम नादिया में विकासखंड स्तरीय पशु प्रदर्शनी एवं पशु मेला का आयोजन किया गया। उप संचालक डॉ. यूएस श्रीवास्तव के निर्देशन तथा डॉ. अशोक जैन के प्रयास से पशु मेला का सफल आयोजन किया गया। एक दिवसीय पशु मेला कार्यक्रम में ग्राम नादिया एवं छुरिया विकासखण्ड के पशुपालकों ने हिस्सा लिया। सभी पशुपालक अपने अपने पशुओं को पशु प्रदर्शनी एवं मेला में लेकर आए थे। पशु मेला में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद पंचायत छुरिया अध्यक्ष किरण वैष्णव, जिला पंचायत सदस्य क्रांति भंडारी, जनपद सदस्य ओमप्रकाश मंडावी एवं देवेन्द्र पन्द्रे, ग्राम सरपंच सुरेश रावटे सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। अतिथियों ने अपने उद्बोधन में पशुपालन केा बढ़ावा देने एवं कृत्रिम गर्भाधान व उसके के बारे में बताया। पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक डॉ. उमाशंकर श्रीवास्तव एवं जिला के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. रजनीश अग्रवाल, डॉ. नील कुमार साहू, डॉ. विकास मेश्राम डॉ. देवेन्द्र देवांगन, डॉ. उपासना चंद्राकर साथ ही राजनांदगांव जिले के पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी उत्तम कुमार फन्दीयाल भी उपस्थित थे। पशु मेला पशु प्रदर्शनी कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अशोक जैन, प्रभारी पशु चिकित्सालय गैंदाटोला ने बताया कि पशु मेला पशु प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देना है। ग्रामीणजनों में पशुओं को पालने में रूचि जाग्रत करने व उनमें जागरूकता लाने तथा नवीन तकनीकों का उपयोग कर पशुपालन को बढ़ावा देना है। जिला पशु चिकित्सालय प्रभारी डॉ. रजनीश अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कृत्रिम गर्भाधान से उत्पन्न मादा वत्सों के पालन हेतु शासन द्वारा 14 हजार रूपए वत्स पालन योजनांतर्गत प्रदाय दी जाती है। समय-समय पर विभिन्न संक्रामक रोगों से बचाव हेतु टीकाकरण शासन द्वारा नि:शुल्क किया जाता है। उन्नत बैल हेतु समयावधि में बधियाकरण, पूर्णरूपेण कृत्रिम गर्भाधान तकनीक अपनाने हेतु शत-प्रतिशत बधियाकरण पशुपालकों कराना होगा। शासन की महत्वपूर्ण योजना इनाफटैग क्यों आवश्यक है, के संबंध में भी ग्रामीण पशुपालकों को इंसानों के आधार कार्ड का उदाहरण देकर समझाया व इनाफटैग का महत्व बताया गया। आगामी समय में शासन की महत्वपूर्ण योजना मादा वत्स- संतति कृत्रिम गर्भाधान से कैसे उत्पन्न होंगे योजना के विषय में ग्रामीण पशुपालकों को विस्तार से जानकारी दी गई। उनेंने कहा कि शासन की इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेकर भारतीय नस्ल गिर, साहीवाल आदि नस्ल की मादा संतति प्राप्त कर ज्यादा दूध विक्रय कर पशुपालक अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर कर सकते हैं। पशु प्रदर्शनी में लाये विभिन्न प्रकार के पशुओं को उनके समूह में अच्छे व उत्कृष्ट पशुओं का चयन जिला पशु चिकित्सालय प्रभारी डॉ. रजनीश अग्रवाल एवं डॉ. उपासना चंद्राकर द्वारा किया गया। पशुपालकों को प्रथम द्वितीय तृतीय एवम सांत्वना पुरूस्कार से पुरस्कृत भी किया गया। गौ-पालन प्रदर्शनी में प्रथम , द्वितीय, तृतीय चुम्मन पटेल, प्रेमलाल पटेल, मोहन लाल पटेल तथा बैल पालन प्रदर्शनी में मनराखन पटेल, संतोष रामसाय पटेल भैंस पालन प्रदर्शनी में कपूर गजभिये, गणेश कुमार पटेल, हजारी पटेल एवं संकर वत्स प्रदर्शनी में दिलेश्वर पटेल, धर्मराज हल्बा, शत्रुहन पटेल एवं अन्य समूह में इसी प्रकार पुरस्कृत सम्मानित किया गया। अतिथि में डॉ. रजनीश अग्रवाल एवं उत्तम कुमार फन्दीयाल द्वारा रेखराम पटेल, जयचंद साहू प्राइवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं को उनके उत्कृष्ठ कार्य हेतु नकद राशि 500-500 रूपए से पुरस्कृत कर किया गया। साथ ही छुरिया विकासखण्ड के सभी निजी कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं को उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु विभाग की ओर से प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। रेखराम पटेल, विक्रम दास साहू, हरिश्चन्द साहू, जयचंद साहू, मुकेस्वर यादव, गोपाल राणा, मदन साहू, विनोद लौतरे, नरेन्द्र जमुरिया, उत्तम चंद्रवंशी को सम्मानित किया गया। एक दिवसीय पशु मेला कार्यक्रम में ग्राम नादिया के बच्चों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।